ऊना/सुशील पंडित: राष्ट्रीय इंटक के संगठन सचिव कामरेड जगत राम शर्मा ने सनोली में चल रहे ग्रामीणों के धरने का समर्थन किया है। ग्रामीणों की मांगों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा पीएसीएल फैक्टरी में जोकि हिमाचल जिला ऊना की सीमा पर नंगल पंजाब में स्थित है, इसमें ग्रामीणों की सेहत पर बुरा असर करने वाली गतिविधियों और अनियमितताओं को बंद किया जाए। इस प्लांट को 1994 में ग्रामीणों के जबरदस्त विरोध और पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश से बंद कर दिया गया था। प्रबंधको ने 2015 में दोबारा इस प्लांट को चालू कर दिया। थर्मल प्लांट यहां लगा दिया गया। इसके परिणामस्वरूप स्थानीय सीमा से सटे क्षेत्र में स्वच्छ पानी, शुद्ध हवा का मिलना बंद हो गया और खेतों में किसानों की फसलें तवाह होने लगी। जगत राम ने आगे कहा कि इंटक कांग्रेस का अग्रणी संगठन है, जो अन्याय के खिलाफ आवाज उठाता रहता है।
जिला ऊना के आधा दर्जन गांव पंजाब नंगल सीमा पर रहते हैं इस फैक्टरी के कारण अति दुर्लभ जीवन व्यतीत करने को मजबूर है। जमीन में किया गया वोर का पानी भी फसलों के लिए और लोगों के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है । जगत राम ने सुझाव दिया कि जिस प्रकार विभोर साहिब उठाऊ जल योजना को हिमाचल के कई लोगों को सिंचाई के लिए पानी दिया गया। उसी प्रकार नंगल डैम सतलुज नदी से पानी उठाकर उसे शुद्ध कर स्थानीय नया नंगल कालोनी और शिवालिक कालोनी को दिया गया। उसी प्रकार नंगल डैम से ही पानी उठाकर अजोली के आसपास टैंक बनाकर यहां के पूना, बीनेवाल, सनोली, मजारा, मलूकपुर आदि आधा दर्जन गांवों को पेजयल सहित सिंचाई योग्य पानी की आपूर्ति की जा सकती है। इससे ग्रामीणों की बड़ी समस्या हल होगी और ज्वलंत मसले का भी समाधान होगा। जगत राम ने कहा कि स्वयं एनएफएल के कर्मचारी रह चुके हैं लगभग 60 साल से इस उद्योग से स्थानीय ग्रामीणों को कोई समस्या पेश नहीं आई। जबकि पीएसीएल लगने से इन ग्रामीणों को गैस, पानी का दूषित होना जैसी समस्या रहती है। दूसरा स्थानीय लोगों को रोजगार न देकर यह उद्योग ठेकेदारी से ही काम चला रहा है। जगत राम ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पंजाब के सीएम भगवंत मान से मिलकर इस समस्या का समाधान करने में भूमिका अदा करे।
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