सोलन: हिमाचल प्रदेश के परवाणू में मौजूद रोपवे (केबल कार) में दिक्कत आ गई है, जिसकी वजह से उसमें 8 टूरिस्ट फंस गए हैं। फिलहाल उनको बचाने के लिए दूसरी केबल कार ट्रोली भेजी गई है। केबल कार में आई दिक्कत की वजह से ये 8 जाने हवा में लटकी हुई हैं। फिलहाल तकनीकी टीम जल्द से जल्द केबल कार सर्विस को ठीक करने की कोशिश कर रही है। पुलिस भी पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
टूरिस्टों को बचाने की कोशिशें जारी
सोलन जिले में मौजूद केबल कार में से फिलहाल एक टूरिस्ट को बचा लिया गया है। बाकियों को बचाने की कोशिशें अभी जारी हैं। एसपी सोलन वीरेंद्र शर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया है कि करीब 1:30 बजे परवाणू के टीटीआर में तकनीकी दिक्कत आने के कारण केबल कार बीच मे अटकी।
केबल कार में फंसे पर्यटकों ने बताया है कि वे लोग रिजॉर्ट जा रहे थे, तकनीकी दिक्कत आने के कारण यहां पर टिंबर ट्रेल फंस चुकी है, उनका कहना है कहा कि रेस्क्यू ट्रॉली के माध्यम से उन्हें नीचे उतारने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन वे लोग उतरने की स्थिति में नहीं है।
जानें क्या बोले कांग्रेस विधायक
इस बारे में जानकारी देते हुए सोलन से कांग्रेस विधायक कर्नल धनी राम शांडिल द्वारा बताया गया कि उन्होंने डीसी से इस बारे में बात की है। उनके मुताबिक़ सभी पर्यटकों जल्द से जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शिमला परवाणू हाईवे से ठीक पार पहाड़ी पर यह रिसोर्ट है। इस रिसोर्ट तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं है। रोपवे ट्राली के सहारे ही पर्यटक यहां तक पहुंचते हैं। शिमला की ओर जाने वाले काफी पर्यटक इस रिसोर्ट में रुकते हैं।
बताया जा रहा है कि वीकेंड के बाद सोमवार को पर्यटकों को इतनी भीड़ नहीं थी। लेकिन इस बीच तकनीकी दिक्कत आ जाने के कारण पर्यटकों की ट्राली हवा में अटक गई।
पहले भी हुआ है ऐसा मामला
ऐसी ही घटना कसौली तहसील के परवाणू क्षेत्र में अक्टूबर, 1992 में हुई थी, जब दस लोगों की सांसें हवा में अटक गई थी। आज भी लोग उस समय को याद करते हैं तो सिहर उठते हैं। तीन दिन तक दस लोगों की सांसे हवा में अटकी रही व एक व्यक्ति की मौत भी हुई थी।
उस समय आर्मी व एयर फोर्स के जवानों ने सैकडों फुट की ऊंचाई पर फंसे लोगों की जान को बचाया था। टिबर ट्रेल रोपवे में ट्रॉली फंसने की सूचना चारों तरफ आग की तरह फैल गई थी। इसमें फंसे पर्यटक दिल्ली व पंजाब के थे।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.