ठेकेदारों ने सभी विकास कार्य किए बंद, जब तक नहीं होगा भुगतान:ओपी धीमान
ऊना/सुशील पंडित: ऊना में लोक निर्माण विभाग व जल शक्ति विभाग के ठेकेदारों ने सभी विकास कार्य बंद कर दिए है। ऐसे में करोड़ों रुपए के चल रहे विकास ठप होकर रह गए है। यहीं नहीं ठेकेदारों ने ऐलान कर दिया है कि जब तक उनके लंबित बिलों का भुगतान नहीं होता विकास कार्यों के साथ-साथ सरकारी मशीनरी की भी रिपेयर नहीं की जाएगी। वहीं पंपिग के काम भी बंद कर दिए जाएंगे और आऊट सोर्स पर चल रहे कार्य भी नहीं किए जाएंगे। सरकार द्वारा पिछले करीब एक-डेढ़ वर्ष से ठेकेदारों के मुक्कमल हो चुके कार्यों के बिलों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। ठेकेदारों को 31 मार्च को बिल क्लिेयर होने की आस थी, लेकिन प्रदेश में पहली बार इस दिन भी ठेकेदारों को मायूसी ही हाथ लगी। ठेकेदार वेलफेयर एसोसिएशन ने बीते दिनों ही ऊना में जबर्दस्त रोष प्रदर्शन किया था और प्रदेश सरकार व विभागों को 15 अप्रैल तक बिल का भुगतान करने के लिए अल्टीमेटम दिया था, लेकिन अब तय तिथि तक भी उनके बिलों का भुगतान न होने से खफा ठेकेदारों ने सरकार के खिलाफ संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। बुधवार को सर्किट हाऊस ऊना में ठेकेदारों ने एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक ठाकुर की अगुवाई में बैठकर की। जिसमें आगामी रणनीति तैयार की गई।
ठेकेदार वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान अशोक ठाकुर व ओपी धीमान ने कहा कि ठेकेदारों को लंबे समय से बिलों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। ठेकेदारों ने बैंक से लोन लेकर विकास कार्य मुक्कमल किए है। किसी ठेकेदारों ने गहने गिरवी रखकर काम पूरे किए हैं, लेकिन अब सरकार ठेकेदारों की पेमेंट न देकर उनके साथ खिलवाड़ कर रही है। बैंक वाले बार-बार ठेकेदारों को फोन कर परेशान कर रहे है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार सरकार व सरकारी विभागों के साथ विकास कार्यों को धरातल पर उतारने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करता है, लेकिन इस वर्ग के साथ लगातार धक्का किया जा रहा है। ठेकेदारों ने कहा कि ठेकेदार सरकार को सबसे ज्यादा टैक्स अदा करते है। जीएसटी, इन्कमटैक्स, लेबर सेस आदि देते है। ठेकेदारों का कहना है कि लेबर सेस तो ठेकेदार देते है, लेकिन उनकी लेबर को उससे कोई लाभ नहीं होता। उस पैसे से नेता ही लोगों को मुफ्त की रेवड़ियां बांटते है। बैठक में सरकारी ठेकेदार राकेश लठ, संत कुमार, रम्मी कपिला, मनीष कपिला, राज कुमार, विकास शर्मा, वरुण मैहन, आकाश कुमार सहित भारी संख्या में ठेकेदार उपस्थित रहे।
जल शक्ति विभाग में लगी गाड़ी के 9 माह से नहीं मिले पैसे
जल शक्ति विभाग में लगी गाड़ी मालिक को पिछले नौ महीनों से एक भी पैसा नहीं मिला है। गाड़ी मालिक मुकेश कुमार का करीब 7 लाख रुपए फंसा हुआ है। मुकेश कुमार ने बताया कि उसे गाड़ी की किश्तें भरना भी मुश्किल हो गया है। वहीं पेट्रोल पंप वाले भी उसे तंग कर रहे है। अब तो परिवार चलाना भी मुश्किल हो गया है। सरकार जल्द उसके पैसों का भुगतान करें।
सभी डिवीजनों में होगी ठेकेदारों के साथ बैठकें
ठेेकेदार एसोसिएशन के प्रधान अशोक ठाकुर ने कहा कि सभी डिवीजनों के ठेकेदारों के बैठकें की जाएगी। इन बैठकों के बाद जिला स्तर पर बैठक की जाएंगी। जिसमें सरकार के खिलाफ संघर्ष को तेज करने का निर्णय लिया जाएगा।