गुरदासपुरः कस्बा ध्यानपुर में स्थित सी बाबा लाल जी की गद्दी के मुख्य महंत राम सुंदर दास को श्रद्धालु महिला से यौन शोषण के कथित आरोपों के तहत अदालत ने समन जारी किया है। इस दौरान कोर्ट ने जारी समन के दौरान चल रहे ट्रायल में हाजिर होने के आदेश दिए हैं। पीड़ित महिला ने बताया कि अदालत के इस फैसले से उसे 30 साल बाद न्याय की किरण नजर आई है।
जुडिशियल कोर्ट बटाला में पीड़ित महिला की ओर से एक शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसमें मंदिर के मुख्य महंत राम सुंदर दास पर ये कथित आरोप लगाए गए हैं। वह इस मंदिर और बाबा लाल जी को मानने वाली एक श्रद्धालु है। महिला का कहना हैकि लगभग 30 साल पहले महंत राम सुंदर दास ने श्री बाबा लाल जी की फोटो के सामने उससे विवाह किया था और उसे अपनी धर्मपत्नी माना था। पीड़िता ने कहा कि महंत ने उससे विवाह करके उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और इस विवाह से एक लड़का पैदा हुआ है।
पीड़िता ने बताया कि महंत ने पहले तो इस रिश्ते को लोगों से छिपाने के लिए दबाव बनाया कि वह एक बाल ब्रह्मचारी गद्दी के मुख्य महंत हैं, अगर किसी को इस विवाह का पता चला तो उसे इस गद्दी से हटा दिया जाएगा। उसने बताया कि पहले उसे और उसके बेटे को महंत की ओर से महीने के 3 हजार रुपए खर्च दिए जाते थे, लेकिन बाद में महंत राम सुंदर दास के अन्य लड़कियों के साथ अवैध संबंध बनने के कारण उन्हें मिलने वाला खर्च भी बंद कर दिया गया और उसकी प्रताड़ना शुरू कर दी गई।
उसे और उसके बेटे को धमकाना भी शुरू कर दिया गया और महंत राम सुंदर दास इस विवाह से भी मुकर गया। पीड़ित महिला द्वारा लगाए गए कथित आरोपों और अदालत में पेश किए गए सबूतों के आधार पर अदालत ने संज्ञान लेते हुए महंत राम सुंदर दास को आईपीसी की धारा 493 के तहत समन जारी किया है और आदेश दिया है कि वह अदालत में पेश हों तथा महंत के विरुद्ध चल रहे ट्रायल में भाग लें।