मोगाः पंजाब में सरकार की ओर से चलाए गए अभियान युद्ध नशे के विरुद्ध को लेकर ज्यूडिशियल कोर्ट की महिला वकीलों ने नशे को रोकने के लिए बड़ा ऐलान किया है। वकीलों का कहना है कि वे किसी भी नशा तस्कर का केस नहीं लड़ेंगे। मोगा की बार एसोसिएशन (महिला विंग) ने की घोषणा कहा कि अब कोई भी नशा तस्कर अपना केस उनके पास लेकर न आए। क्योंकि वे किसी भी ड्रग तस्कर की पैरवी नहीं करेंगे।
इन महिला वकीलों ने कहा कि इन नशा तस्करों ने कितने माताओं के लाल, बहनों के भाई, और ऐसे कितनी सुहागिनों के सुहाग मिटा दिए। उनका कहना है कि नशा तस्करों ने कई घर तबाह कर दिये हैं। समाज को बर्बादी की ओर धकेल दिया है। हम उन सभी महिलाओं से अनुरोध करती है कि जितना हो सके अपने आसपास ओर अपने घर में कोई नशा करता है तो उसे रोकने की कोशिया करे। एडवोकेट ने कहा कि पुलिस प्रशासन से निवेदन है कि आप सभी इस में पूरी ईमानदारी और सख्ताई से अपना काम करें तो हो सकता है कि सच में हम पंजाब को नशा-मुक्त बनाने में सफल हो। यह सख्त कदम उठाना बहुत ज़रूरी है।
इसलिए हमने अपना ये फैसला लिया है कि हम किसी नशा तस्करो का केस नहीं लड़ेंगे बल्कि इन नशा तस्करो के विरुद्ध हमारे पास कोई केस लेकर आया तो हम कम से कम पैसों में इन नशा तस्करो के खिलाफ केस लड़ेगी। बार एसोसिएशन के इस महिला वकीलों की इस नई पहल की हर तरफ से सराहना की जा रही है। माना जा रहा है कि इस मजबूत फैसले से नशे पर काफी हद तक काबू पाया जा सकेगा।