मोगाः पंजाब में पराली जलाने के मामलों में इस बार भारी कमी आई है। वहीं पराली जलाने के मामलों को लेकर आज डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने अधिकारियों से मीटिंग की। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए डीसी ने बताया कि पराली जलाने की घटनाओं को लेकर आज 22 पुलिस नोडल अफसर और 146 कलस्टर अफसरों के साथ मीटिंग की गई। जिसके बाद उनकी किसानों से भी मीटिंग की गई। डीसी ने बताया कि दरअसल, सेंट्रल एयर क्वालिटी मैनेजमेंट न्यू दिल्ली द्वारा प्रदूषण को लेकर नई हिदायते जारी की गई है।
जारी हिदायतों में डायरेक्शन नंबर 184 में कहा गया है कि जो प्रदूषण को कंट्रोल नहीं करता तो इस मामले में उसके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाए। डीसी ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल पराली जलाने के मामलों में काफी कमी आई है। उन्होंने कहा कि हमारे अधिकारी गांवों में जाकर जमीनी स्तर पर पराली जलाने के मामले में दौरा कर रहे है।
वहीं गांवों में सेंट्रल प्रदूषण द्वारा लगाए गए स्पेशल मॉनिरिटर को लेकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसानों ने भी स्पेशल मॉनिरिटर की प्रंशसा की है। डीसी ने कहा कि उनके पास इस बार 12 केस पराली जलाने के आए है, लेकिन जब जमीनी स्तर पर चैक किया गया तो 5 केस पाए है। उन्होंने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।