अबोहरः पंजाब में आम जनता पर महंगाई की मार पड़ने लगी है। दरअसल, सब्जियां का जायका बिगड़ने लगा है, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति की पहुंच से बाहर हो गया है। गृहिणिणं इसके चलते अन्य विकल्प अपनान शुरू कर दिया है। टमाटर के दामों में 140 से 200 तक बढ़ौतरी होने के बाद सलाद से टमाटर गायब हो गया है। बढ़ते दाम के कारण न तो सब्जी में टमाटर और प्याज का तड़का ढंग से लग रहा है और न ही उसमें मसाले डाले जा रहे हैं। टमाटर, प्याज, जीरा, धनिया, लाल मिर्च, मीठी सौंफ, अजवाइन, मेथी सब के दाम बढ़ चुके हैं।
होलसेल मंडी में टमाटर 100 से 140 रुपये किलो बिका। जानकार इसका कारण अधिक वर्षा को बता रहे हैं, उनका कहना है टमाटर की फसल खराब होने के कारण इसके दाम में निरंतर बढ़ोंतरी हो रही है। एक गृहिणी ने बताया कि वह अब सब्जी में टमाटर की जगह अचारी आम का इस्तेमाल कर रही हैं। होटल ढाबे वा ले भी इस तरह का इस्तेमाल कर रहे हैं। इतना ही नहीं प्याज के साथ सब्जियों के दामों में भी इजाफा हो रहा है। जिससे आम आदमी का रसोई का बजट गिगड़ने लगा है। इसी प्रकार प्याज पहले 15 से 20 रुपये प्रति बिक रहा था अब इसका मूल्य 30 रुपये हो गया है। इसे दुकानदार बाजार में 35 रुपये प्रति किलो बेच रहे हैं। मसालों में जीरा के दाम ने आसमान छू लिया है। गृहिणी सरोज कुमारी, विमला देवी, कमलेश कुमारी, रेखा देवी और सावित्री ने कहा बढ़ती महंगाई से एक समय की सब्जी बनाना भी मुश्किल हो गया है।
सब्जियों का स्वाद बढ़ाने की बात हो या चाय में औषधीय गुण घोलने की, अदरक का भाव दोनों का जायका बिगाड़ रहा है। थोक कारोबारी बता रहे हैं कि महाराष्ट्र में इस बार अदरक की पैदावार काफी कम हुई है, जिससे थोक में ही अदरक दो सौ रुपये प्रति किलो से अधिक है तो वहीं फुटकर में 350 से 400 रुपये प्रति किलो के भाव बिक रहा है। अदरक महंगा होने के कारण तमाम फुटकर दुकानदार बेचने से बच रहे हैं। इस समय मंडी में अदरक की आवक महाराष्ट्र, असम व मेघालय से है। शिमला मिर्च, कद्दू, गोभी और बैंगन की कीमत काफी बढ़ चुकी है। गोभी और कद्दू के दाम बढ़ चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले 15 दिनों के दौरान सब्जियों की कीमतें बहुत ज्यादा हो गई हैं।

