SP Sarbjit Rai ने प्रेसवार्ता कर किये अहम खुलासे।
कपूरथला: टारगेट किलिंग मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। यह मामला 29 जून रात आठ बजे नडाला-ढिलवां रोड पर आढ़ती पर चली गोली का है जिसमें पुलिस टीम ने कार्रवाई की है। पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसपी सरबजीत राय ने बतााय कि 29 जून की रात आठ बजे रोजाना की तरह नडाला मंडी से आढ़त की दुकान बंद करके बाइक पर सवार होकर गांव मिर्जापुर आ रहे आढ़ती लखविंदर सिंह मल्ली पर नडाला-ढिलवां रोड पर दलजीत सिंह के फार्म से थोड़ा पीछे एक बार पर सवार होकर आए चार अज्ञात लोगों ने गोली मारकर गंभीर जख्मी कर दिया था।
थाना सुभानपुर की पुलिस ने पीड़ित के बेटे जसपिंदरजीत सिंह निवासी गांव मिर्जापुर के बयान पर अज्ञात के खिलाफ 307, असला एक्ट समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया था। इस मामले को सुलझाने के लिए डीएसपी भुलत्थ सुरिंदरपाल धोगड़ी व थाना सुभानपुर के एसएचओ एसआई कंवरजीत सिंह पर आधारित विभिन्न टीमें गठित की गई। इन टीमों ने विभिन्न एंगल से जांच करते हुए गुप्त सोर्स व तकनीकी आधार पर गांव संगोजला के अड्डे से 24 वर्षीय शरणदीप सिंह उर्फ शरण, 25 वर्षीय हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी, 27 वर्षीय प्रभजोत सिंह उर्फ प्रभ और 24 वर्षीय मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना सभी निवासी गांव संगोजला को गिरफ्तार कर लिया है।
पूछताछ दौरान शरण ने बताया कि उसकी बुआ के बेटे अमृतपाल सिंह उर्फ अमृत निवासी गांव बामूवाल जिला कपूरथला ने उनकी बात मनरूप सिंह निवासी अमेरिका से वाट्सएप्प के जरिये करवाई थी। जिसने उन्हें कहा कि लखविंदर सिंह उर्फ मल्ली का कत्ल करना है। इसके बदले 1.5 लाख रुपये व हथियार वह देगा। कुछ दिन बाद मनरूप सिंह अमृतपाल सिंह के हाथा शरण व उसके साथियों को देने के लिए 15 हजार रुपये एडवांस भेजे, जो इन लोगों ने आपस में बांट लिए। जिसके बाद मनरूप सिंह के साथ अमृतपाल सिंह वाट्सएप्प कॉल जरिये बताया कि गांव कूका तलवंडी गुरुद्वारा व शमशान घाट के समीप बांध पर एक बोरे में लिपटा पिस्तौल पड़ा है, उसे ले लें। इस पर अमृतपाल सिंह ने अपने मामले के बेटे शरण व प्रभजीत सिंह ने बताई गई जगह से पिस्तौल ले लिया और शरण उसे अपने घर ले गया। उसके बाद इन लोगों ने आढ़ती लखविंदर की रेकी करनी शुरू कर दी।
29 जून की रात सवा आठ बजे को उक्त चारों ने आढ़ती की दुकान से पीछा करते हुए आढ़ती के बाइक के बाइक के बराबर बाइक ले जाकर गोली मार दी, जोकि उसके पेट में लगी। आढ़ती ने शोर मचा दिया और चारों वहां से भाग खड़े हुए। वाट्सएप्प कॉल पर मनरूप को आढ़ती को गोली मारने के बारे में सूचना दे दी। इसके बाद मनरूप ने शरण को वेस्टर्न यूनियन के जरिये 40 हजार रुपये भेजे, जो उसने अमृतसर से निकलवाए। उसके बाद अलग-अलग तारीखों पर मनरूप ने इन्हें 74 हजार रुपये और भेजे।
एसपी राय ने बताया कि शरण की बुआ का बेटा अमृतपाल सिंह मुख्य सरगना है, जिसे दसूहा पुलिस ने चार दिन पहले पकड़ा है। उसे प्रोडक्शन वारंट पर पूछताछ पर लाया जायेगा। वहीं अमेरिका निवासी मनरूप को भी मामले में नामजद कर लिया गया है। मनरूप के रिश्तेदार का आढ़ती लखविंदर सिंह मल्ली के साथ कोई जमीनी विवाद है। जिसके चलते उसने सुपारी देकर टारगेट किलिंग की वारदात को अंजमा दिया। गिरफ्तार आरोपियों में से मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना पर थाना ढिलवां में पहले से केस दर्ज है। चारों आरोपी नशे के आदी हैं। एसपी राय ने बताया कि आढ़ती लखविंदर सिंह मल्ली जालंधर में उपचाराधीन है। इस मौके पर डीएसपी भुलत्थ सुरिंदरपाल सिंह धोगड़ी, थाना सुभानपुर के एसएचओ एसआई कंवरजीत सिंह व अन्य मौजूद थे।
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