SSP और SHO के performance की होगी Study
मोहालीः पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने नशे के खिलाफ चलाई गई मुहिम के तहत तस्करों से निपटने के लिए एक नई स्ट्रेटजी बनाई है। दरअसल आज डीजीपी गौरव यादव ने पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की। मीटिंग में नशे से निपटने की रणनीति बनी है। मीटिंग में स्पेशल DGP, ADGP और IG स्तर के अधिकारी मौजूद थे। मीटिंग में हर तथ्य पर गंभीरता से मंथन किया गया। जिसमें फैसला लिया गया कि सभी जिलों की मैपिंग की जाएगी और यह पता लगाया जाएगा कि वहां किस तरह की ड्रग्स उपलब्ध हैं और उनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जा सके। इसी के साथ अब सभी अधिकारियों को विशेष लक्ष्य दिए जाएंगे, जिनके आधार पर एसएसपी और एसएचओ की परफामेंस का मूल्यांकन किया जाएगा।
डीजीपी गौरव यादव ने मीडियाने कहा कि हमारा मुख्य लक्ष्य ड्रग सप्लायर्स पर रहेगा, जबकि नशा पीड़ितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री के निर्देश पर निर्णय लिया गया है कि थानों के मुंशी का कार्यकाल दो साल का होगा, जिसके बाद उन्हें रोटेट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की नशे के विरुद्ध मुहिम का काफी अच्छा रिस्पांस आया है। पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई व वहां के तस्करों को नुकसान हुआ है। ऐसे में अब पाकिस्तान में पंजाब में अशांति फैलाकर यहां की भाई चारक सांझ को खराब करने की कोशिश कर रहा है। पंजाब पुलिस ने आज 424 स्थानों पर छापेमारी की, जिसके दौरान राज्यभर में 63 नशा तस्करों को गिरफ्तार कर 45 एफआईआर दर्ज की गईं। इस अभियान के तहत मात्र 16 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 2012 हो गई है।
पुलिस टीमों ने गिरफ्तार नशा तस्करों से 385 ग्राम हेरोइन, 19 किलो भुक्की, 2673 नशीली गोलियां/टीके और 15,600 रुपए ड्रग मनी बरामद की है। यह कार्रवाई पंजाब के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) गौरव यादव के निर्देशों पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ की गई। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को तीन महीनों में पंजाब को नशामुक्त राज्य बनाने के निर्देश दिए हैं। पंजाब सरकार ने नशों के खिलाफ इस अभियान की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन भी किया है।