चंडीगढ़ः पंजाब सरकार और पुलिस द्वारा नशे खिलाफ मुहिम चलाई जा रही है। वहीं इस मुहिम को लेकर डीजीपी गौरव यादव ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने इस अभियान की शुरुआत करके प्रदेश में नशे को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिससे नशा तस्करों के बीच एक तरह का डर पैदा हुआ है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान नशा तस्करों की गिरफ्तारी हुई है। साथ ही उनकी अवैध गतिविधियों को भी ध्वस्त किया गया है। प्रदेश भर में पुलिस द्वारा छापेमारी कर बड़े पैमाने पर नशा बरामद किया गया है, जिससे नशा तस्करों के हौसले टूटे हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस अभियान के तहत प्रदेश में 13,038 गिरफ्तारियां हुई हैं। जिनमें 1696 बड़े माफिया काबू किए गए हैं। 8,344 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 48 हवाला ऑपरेटर भी गिरफ्तार किए गए हैं। उन्होंने नशे की बरामदगी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 586 किलो हीरोइन, 247 किलो अफीम, 253 किलो गांजा, 2.5 किलो कोकीन, 1.6 किलो आइस और 25,70,000 नशीले कैप्सूल बरामद हुए हैं।
डीजीपी ने कहा कि नशे के शिकार युवाओं को नशा छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है और उन्हें उचित मेडिकल सहायता भी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि जेलों से बाहर आए नशा तस्करों की ट्रैकिंग की जाएगी, जिससे महत्वपूर्ण सुराग मिलने की संभावना है। गौरव यादव ने मेडिकल नशे के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह नशा बाहरी राज्यों से आ रहा है। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों से यह नशा आ रहा है, उनके साथ सहयोग करके इसे रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।