नई दिल्ली: पश्चिमी दिल्ली के नारायणा इलाके में बीते दिन इंद्रपुरी के निगम प्रतिभा विद्यालय के 28 छात्र स्कूल की कुछ क्लासों में ‘दुर्गंध’ से भर जाने के बाद बीमार हो गए। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के नारायणा इलाके में गैस रिसाव की संदिग्ध घटना के बाद कथित तौर पर हानिकारक दुर्गंध में सांस लेने के कारण बीमार पड़े नगर निगम स्कूल के 28 छात्रों को शुक्रवार को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से दो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय ने कहा कि राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखी गई दो लड़कियां और अन्य छात्र ठीक हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 284 (जहरीले पदार्थ के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण), 336 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कार्य) और 337 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कार्य से चोट पहुंचाना) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
अस्पताल में बीमार छात्रों से मुलाकात करने वाले आम आदमी पार्टी (आप) के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि ऐसा दावा किया जा रहा है कि पास में रेलवे ट्रैक से गुजर रही एक ट्रेन से गैस लीक हुई। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक बयान में कहा, “गैस रिसाव पास में रेलवे की पटरी पर हुआ।” एमसीडी ने कहा कि आचार्य भिक्षुक अस्पताल में भर्ती कराए गए सभी नौ छात्रों को छुट्टी दे दी गई है। वहीं, आरएमएल में भर्ती 19 छात्रों में से 15 को सुबह 11 बजकर 28 मिनट पर, जबकि चार अन्य को दोपहर 3 बजे लाया गया था।
इससे पहले, पुलिस ने बताया कि उसे इंद्रपुरी स्थित निगम प्रतिभा विद्यालय के कुछ विद्यार्थियों के बीमार पड़ने और उन्हें उल्टी होने की सूचना मिली थी। पुलिस उपायुक्त ने कहा कि शुरुआती जांच के मुताबिक,”गैस की दुर्गंध कुछ क्लास रूम में फैल गई, जिससे बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। गैस की दुर्गंध कम हो गई है, लेकिन एहतियातन सभी क्लास रूम खाली करा दिए गए हैं।”
‘आप’ के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने आरएमएल अस्पताल में पीड़ित छात्र-छात्राओं से मुलाकात की और कहा कि वे सभी ठीक हैं। उन्होंने बताया, डॉक्टरों की प्रारंभिक जांच में फूड पॉइजनिंग की संभावना से इनकार किया गया है। यह पता लगाने के लिए जांच चल रही है कि यह गैस कहां से आई, क्योंकि स्कूल में ऐसा कुछ भी नहीं था, जिससे रिसाव होता। पाठक ने कहा, ”लोग कह रहे हैं कि एक ट्रेन गुजर रही थी और संभवत: यह गैस की दुर्गंध वहीं से आई। एमसीडी की एक टीम इसकी जांच कर रही है। हमने डॉक्टरों से बात की है। बच्चों को देर शाम तक छुट्टी दे दी जाएगी।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरएमएल अस्पताल में पीड़ित छात्र-छात्राओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि न तो छात्र-छात्राएं और न ही शिक्षक बता पा रहे हैं कि यह घटना किस कारण से हुई। सचदेवा के अनुसार, एमसीडी को इस मामले की जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में 16 विद्यार्थी थे और वे सभी ठीक हैं। भाजपा नेता के मुताबिक, छात्रों ने बताया कि वे अपनी क्लास में बैठे थे, तभी बहुत तेज दुर्गंध आई, जिससे उन्हें उल्टी हुई और वे बेहोश हो गए।