चंडीगढ़ः PGI में फर्जी स्टाफ बनकर इंजेक्शन लगाने के मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें इंजेक्शन लगाने वाली महिला की पहचान संगरूर की रहने वाली जसप्रीत कौर के रूप में हुई है। वह पटियाला में केयरटेकर के रूप में काम करती थी। पुलिस ने उसे संगरूर से ही गिरफ्तार किया है। भाई ने पैसे देकर भेजा था मामले में पीड़िता के भाई जसमीत सिंह निवासी राजपुरा ने जसप्रीत कौर को पैसे देकर इंजेक्शन लगाने के लिए भेजा था। उसने यहां इंजेक्शन अपने साथी बूटा सिंह निवासी राजपुरा और मनदीप सिंह निवासी पटियाला से खरीदे थे। इन दोनों ने यह टीका राजपुरा अस्पताल पटियाला में काम करने वाले अपने किसी साथी से लिए थे।
बता दें कि पीजीआई में फर्जी डॉक्टर द्वारा जहरीला टीका लगाने के बाद भर्ती महिला के नवजात बेटे की आज अचानक तबीयत खराब हो गई है। जिसे राजपुरा के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां पर उसका इलाज चल रहा है। वहीं अभी पीड़िता हरमीत कौर भी पीजीआई के आईसीयू में वेंटिलेटर पर है। उसकी हालत में भी अभी तक कोई सुधार नहीं हो पाया है। डॉक्टर लगातार उस पर नजर बनाए हुए हैं।
मामले में पीड़िता हरमीत कौर के पति ने आरोप लगाए हैं कि पुलिस के द्वारा अभी भी असली गुनहगार को गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस मामले में उसकी सास मुख्य आरोपी है, जो की लगातार उनके खिलाफ साजिश कर रही थी। इसका एक साला विदेश में रहता है, वह उनके खिलाफ साजिश करने के लिए लगातार वहां से फंडिंग कर रहा है। जिस आरोपी साले को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वह बेरोजगार है। वह पैसा देकर यह काम करवा ही नहीं सकता है। इसलिए पुलिस को असली गुनहगारों को पकड़ना चाहिए।