ऊना/सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के बसाल स्थित हुए राकेश कुमार उर्फ गग्गी हत्याकांड में 31 दिनों बाद पंजाब पुलिस को सफलता मिली है। पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने इस मामले में अहम गिरफ्तारी की है। पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने होशियारपुर के गांव बसी मुदा, बाघपुर मंदिर निवासी विपिन कुमार को गग्गी हत्याकांड के आरोप में पकड़ा है, जिसे हत्याकांड का मुख्य शूटर माना जा रहा है। पुलिस ने विपिन के कब्जे से .32 बोर की एक पिस्तौल और छह जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। इस संबंध में मोहाली के सिटी खरड़ थाना में एफआईआर दर्ज की गई है और मामले की जांच जारी है।

पंजाब के डीजीपी गौरव यादव के अनुसार प्रारंभिक जांच में यह साफ हो चुका है कि विपिन ही जिला ऊना स्थित ख्वाजा बसाल गांव में हुए गग्गी हत्याकांड का मुख्य शूटर था। उन्होंने कहा कि यह हत्या विदेशी गैंगस्टरों लाड्डी भज्जल उर्फ कूनर और मोनू गुजर रवि बलाचौरिया गैंग तथा बाब्बी राणा सोनू खत्री गैंग के बीच चल रही गैंगवार का परिणाम है।
ज्ञात हो कि मृतक राकेश कुमार उर्फ गग्गी विदेशी गैंगस्टर बब्बी राणा का करीबी था और उसे सोनू खत्री का नजदीकी सहयोगी भी माना जाता था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस हत्याकांड की जड़ें पंजाब के गैंगस्टर नेटवर्क से जुड़ी हुई हैं। डीजीपी गौरव यादव ने स्पष्ट किया कि पंजाब पुलिस संगठित अपराध के नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।