नई दिल्लीः धोखाधड़ी का अजीब मामला सामने आया है। जहां दिल्ली के एक कपड़ा कारोबारी और उसके साथी ने 50 लाख बीमे के पैसे हड़पने की योजना बनाई। जानकारी अनुसार पुलिस को शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे सूचना मिली कि दो युवक एक पुतले का दाहसंस्कार करने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस ने जाकर जब जांच कराई तो सही में अर्थी पर एक प्लास्टिक का पुतला निकला। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी युवकों को हिरासत में ले लिया।
पूछताछ के दौरान दोनों युवक ने बताया कि दिल्ली के अस्पताल उनके साथी की मौत हुई है और वहां से ही सील कर के शव दिया गया था, पर यहां जांचने पर यह पुतला निकला। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने पूरी साजिश का खुलासा कर दिया। इंस्पेक्टर मनोज कुमार बालियान के अनुसार शव की जगह पुतले का दाह संस्कार करने आया कमल सोमानी निवासी कैलाशपुरी थाना पालम दिल्ली, अपने दोस्त आशीष खुराना निवासी जैन कॉलोनी थाना उत्तम नगर दिल्ली को साथ लेकर आया था।
अंशुल कुमार निवासी करोल बाग थाना प्रसाद नगर दिल्ली का उपचार के दौरान अंसारी अस्पताल में निधन होने का बहाना बनाकर उसके शव की जगह डमीनुमा पुतले का दाह संस्कार करने का प्रयास किया था। इंस्पेक्टर का कहना है कि कमल सोमानी ने बताया कि वह कपड़े की दुकान करता है और 50 लाख के कर्ज में दबा हुआ है, जिसे चुकता करने के लिए उसने साजिश रचते अपनी दुकान में कुछ समय पहले काम करने वाले नीरज से बहाना बनाकर उसके भाई अंशुल का आधार और पेनकार्ड मंगा लिया था।
उनका दुरुपयोग करते उसने करीब एक साल पहले अंशुल का टाटा एआई का इंश्योरेंस करा लिया था और उसकी नियमित किस्त अदा करता आ रहा था। कर्ज उतारने को लेकर रची साजिश के तहत वह अपने दोस्त के साथ अंशुल के नाम का पुतला कार में रखकर दाह संस्कार करने के मकसद से ब्रजघाट के श्मशान घाट में आया था। पुलिस की पूछताछ में बताया कि अगर वह डमीनुमा पुतले का दाह संस्कार करने में सफल हो जाता तो उसके दाह संस्कार प्रमाण के आधार पर बीमा क्लेम लेकर अपना कर्ज चुका देता।