टेकः स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है। यह न सिर्फ हमारी बातचीत का जरिया है, बल्कि हमारी निजी जानकारी भी स्टोर करता है। लेकिन अगर आपका फोन हैक हो जाए तो आपको बड़ी परेशानी हो सकती है। आपका फोन हैक हो चुका है या नहीं, इसका आप पहले ही पता लगा सकते हैं। इसके लिए आपको अपने फोन की गतिविधियों पर बारीक नजर बनाए रखनी होगी। इसके बाद आपको शक हो तो आप एक नंबर डायल कर पता कर सकते हैं कि फोन हैक हुआ या नहीं।
फोन का जल्दी डिस्चार्ज होनाः अगर आपका फोन पहले की तुलना में बहुत जल्दी डिस्चार्ज हो रहा है, तो यह चिंता की बात हो सकती है। जासूसी सॉफ्टवेयर (स्पायवेयर) बैकग्राउंड में चलकर आपकी जानकारी किसी तीसरे व्यक्ति को भेजता रहता है, जिससे बैटरी तेजी से खत्म होती है। इसे जांचने के लिए अपने फोन की सेटिंग्स में जाएं। बैटरी का विकल्प चुनें। देखें कि कौन सा ऐप सबसे ज्यादा बैटरी खा रहा है। अगर कोई अनजान ऐप ज्यादा बैटरी इस्तेमाल कर रहा है, तो सावधान हो जाएं।
बार-बार हैंग हो रहा फोनः अगर आपका फोन ऐप्स खोलने में धीमा हो रहा है, बार-बार हैंग हो रहा है या बिना कारण क्रैश कर रहा है, तो यह स्पाई सॉफ्टवेयर का असर हो सकता है। ऐसे सॉफ्टवेयर फोन के संसाधनों का बहुत इस्तेमाल करते हैं, जिससे फोन की गति धीमी हो जाती है। अगर रीस्टार्ट करने के बाद भी समस्या बनी रहे, तो यह हैकिंग का संकेत हो सकता है।
डेटा का तेजी से खत्म होनाः यदि आपके फोन का डेटा भी तेजी से खत्म हो रहा है, तो मुमकिन है फोन का कंट्रोल हैकर्स के पास हो। जासूसी ऐप्स आपकी जानकारी, जैसे- मैसेज, कॉल लॉग, ऑडियो या वीडियो को बाहरी सर्वर पर भेजते हैं। अगर आपने कुछ खास नहीं किया, फिर भी डेटा जल्दी खत्म हो रहा है, तो सावधान हो जाएं।
रोकने के लिए ये डायल करेंः अगर *#67# डायल करने पर आपको यह पता लगे कि फोन कहीं फॉरवर्ड हो रहा है, तो आप ##002# डायल कर आपनी सभी कॉल्स अनफॉरवर्ड कर दें और डेटा भी सिक्योर हो जाएगा। इससे आपके मैसेज भी किसी और के पास फॉरवर्ड नहीं होंगे।