सूरतः जिले के भाठा गांव में 3 बुजुर्गों की दम घुटने से मौत होने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि पेट्रोल जनरेटर से निकले जहरीले कार्बन मोनोऑक्साइड गैस ने तीनों की जान ले ली, क्योंकि बिजली न होने से रात को कमरे के पास ही जनरेटर चल रहा था।
जानकारी मुताबिक, भाठा गांव में रहने वाले 77 वर्षीय बाबूभाई ढोलिया पटेल की पत्नी का हाल ही में निधन हो गया था। इसी के चलते शोक व्यक्त करने उनके घर कोशंबा से 2 रिश्तेदार महिलाएं आई हुई थीं। घर में बिजली न होने के चलते बाबूभाई ने पेट्रोल वाला जनरेटर चला रखा था। बाबूभाई और 2 रिश्तेदार महिलाएं सीताबेन (56) और वेदाबेन (60) एक ही कमरे में सो रहे थे जिनकी मौत हो गई।
परिवार के लोग साथ में रात का भोजन करने के बाद बगल के कमरे में सोने चले गए। मकान में बिजली की लाइन न होने के कारण बाबूभाई ने गर्मी से राहत के लिए जनरेटर चालू किया। कमरे का दरवाजा और खिड़कियां बंद थीं, जिससे जनरेटर से निकली जहरीली गैस पूरे कमरे में भर गई और दम घुटने से तीनों की मौत हो गई। मृतक बाबूभाई की बहू अस्मिता ने बताया कि गर्मी में अक्सर मेहमानों के आने पर वे पूरी रात जनरेटर चलाते थे, लेकिन उस वक्त खिड़कियां खोल देते थे और केवल मच्छरदानी लगाते थे। इस बार शायद खिड़की खोलना भूल गए, जिससे यह दुर्घटना घटी होगी।
पाल थाना के पुलिस इंस्पेक्टर, केएल गाधे ने बताया कि पहले बार ही घर में पेट्रोल जेनरेटर चलाया था। वो भी मेहमान आए थे इसलिए वरना घर के बाहर बाहर ही चलता था। बिजली की दिक्कत रहती थी। प्राथमिक तौर पर पता चला कि कार्बन मोनोऑक्साइड निकलने से दम घुटा है। विसरा लिया गया है और एफएसएल भेज दिया है। आगामी कार्रवाई की जा रही है।