श्री मुक्तसर साहिबः जिले की पुलिस ने ढाई साल पुराने प्रसिद्ध आयुर्वेदिक हकीम दलीप सिंह के ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझा लिया है। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति अमरिंदर सिंह उर्फ़ जिमी, पुत्र बाबू सिंह, निवासी सरावां बोडला तथा अमृतपाल सिंह उर्फ़ अम्बी, पुत्र करज सिंह, निवासी कट्टियां वाली रोड, सरावां बोडला, और शमशेर सिंह उर्फ़ शम्मी, पुत्र सोना सिंह, निवासी गांव कट्टियां वाली हैं। यह हत्या पैसों की लालच में की गई थी। आरोपियों को पता था कि दलीप सिंह अकेले रहते हैं और उनके पास बड़ी रकम हो सकती है। इसी लालच में उन्होंने हत्या की योजना बनाकर पैसा लूटकर शानदार जिंदगी जीने की ठानी।
इस संवेदनशील हत्या मामले की सफल जांच श्री मुक्तसर साहिब पुलिस की लगातार, निष्ठावान और विशेष जांच का प्रमाण है, जिसने समय बीतने के बावजूद न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साबित की है। दरअसल, 17 सितंबर 2022 को 90 वर्षीय हकीम दलीप सिंह का शव उनके आवास पर बने आयुर्वेदिक क्लिनिक दवाखाना गांव सरावां बोडला में मिला था। हकीम गरीबों के लिए मुफ्त इलाज के लिए जाने जाते थे, उसका शव साफ-सुथरे हाथ-पैरों में कपड़ों से बंधा हुआ मिला। मौके पर सीसीटीवी कैमरे और एलईडी टूटा हुआ पाया गया और घर पूरी तरह से खंगाला गया था। पुलिस ने थाना कबरवाला में मुकदमा संख्या 137 तिथि 18-09-2022 के तहत धारा 460 आईपीसी के अंतर्गत अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध केस दर्ज किया था। हकीम की मौत के बाद पुलिस ने स्थिति को गंभीरता से संभाला ताकि कानून व्यवस्था खराब न हो। जांच के दौरान पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण गला घोंटना बताया गया।
हालांकि, सीसीटीवी और टावर डंप जैसी तकनीकी विधियों से की गई जांच के बावजूद कोई ठोस सुराग नहीं मिला और मामला काफी समय तक ठंडा पड़ा रहा। फरवरी 2025 में एसएसपी श्री मुक्तसर साहिब डॉ. अखिल चौधरी के नेतृत्व में एसपी (डी) की अगुवाई में नई जांच टीमें गठित की गईं। टीमों को पुराने सबूतों की विस्तारपूर्वक समीक्षा करने, संदिग्ध व्यक्तियों की पुनः पूछताछ करने और तकनीकी डेटा की गहन जांच करने के निर्देश दिए गए। स्थानीय गुप्त सूचनाओं और पूछताछ के जरिए 5 संदिग्धों की पहचान करके 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने हत्या की बात कबूल कर पूरी साजिश बयान की।