गुरदासपुरः डेरा बाबा नानक में करियाना दुकान मालिक पर मोटरसाइकल सवार हमलावरों ने गोलियां चला दी। गोलियां लगने से दुकान मालिक की मौत हो गई। मृतक की पहचान रवि ढिल्लो के रूप में हुई है। वहीं अब इस कत्ल की जिम्मेदारी सरहदी कसबा डेरे बाबा नानक के नजदीकी गांव मान के विदेश में रहने वाले शेरामान द्वारा ली गई है। शेरामान ने पोस्ट में लिखा है कि देर रात डेरा बाबा नानक में रवि करियाना स्टोर के मालिक रवि ढिल्लों का कत्ल हुआ है, उसकी जिम्मेदारी मैं शेरा मान लेता हूं। पोस्ट में शेरामान ने कत्ल का दूसरा जिम्मेदार एसएचओ सतपाल को बताया है। शेरामान ने कहा कि आने वाले दिनों में जो एसएचओ का साथ देगा उसका भी यही अंजाम होगा।
बता दें कि रवि ढिल्लों को कुछ समय पहले गैंगस्टर द्वारा रंगदारी की कॉल्स की गई थी, जिस पर उन्हें पुलिस द्वारा सुरक्षा कर्मी भी दिए गए थे। लेकिन जब गोली की घटना हुई तो इस दौरान उनके साथ पुलिस कर्मचारी मौजूद नहीं थे। गोली लगने के बाद रवि ढिल्लों को परिवार वाले उसे अस्पताल लेकर जा रहे थे कि उनकी मौत हो गई। रवि ढिल्लो युवराज गार्डन के पास बटाला रोड पर दुकान करता है।
घटना रवि ढिल्लों के घर के बाहर 9:15 मिनट के करीब हुई। जब रवि 9 बजे अपनी दुकान बंद कर घर के बाहर पहुंचा ही था, कि जब वह परिवार को दरवाजा खोलने के लिए बोल रहा था कि पीछे से अज्ञात हमलावर मोटरसाइकिल पर आए रवि पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। घटना के बाद हमलावर मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गए। घायल रवि को परिवार की तरफ अमृतसर अस्पताल ले जाया जा रहा था कि उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही थाना डेरा बाबा नाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई और गहराई से जांच शुरू कर दी है। घटना होने के बाद एसपी गुरप्रताप सिंह, सीआईए स्टाफ इंचार्ज सुखराज सिंह व अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
थाना डेरा बाबा नानक के एएसआई राजबीर सिंह ने बताया कि डेरा बाबा नानक के एक करियाणा मालिक रवि ढिल्लो पर मोटरसाइकिल सवार हमलावरों द्वारा गोलियां चला दी गई, जिस पर रवि की मौत हो गई है। पुलिस की तरफ से मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी गई है और पुलिस द्वारा इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है, ताकि हमलावरों की पहचान करके उन्हें गिरफ्तार किया जा सके। गौर होकि रवि को कुछ समय पहले रंगदारी की कॉल आई थी, जिसके बाद पुलिस की तरफ से उन्हें दो सुरक्षाकर्मी दे दिए गए थे। लेकिन जब यह घटना हुई तो उस दौरान पुलिस कर्मचारी उनके साथ मौजूद नहीं थे और रवि मंगलवार की रात दुकान बंद करके अकेले ही घर आ रहे थे।