मिला इतने दिनों का रिमांड
गुरदासपुरः थाना सिटी गुरदासपुर की पुलिस ने जिला सांझ केंद्रों की इंचार्ज इंस्पेक्टर इंदरबीर कौर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है। मिली जानकारी के अनुसार, इंस्पेक्टर इंदरबीर कौर सांझ केंद्रों में काम करने वाले कर्मचारियों से उनकी ड्यूटी सांझ केंद्र में रखने और छुट्टियों आदि के बदले प्रति माह 3 से 4 हजार रुपये रिश्वत देने के लिए मजबूर करती थीं। कई कर्मचारियों के खाते से काफी समय से गूगल-पे के माध्यम से पैसे जमा किए जा रहे थे। इस संबंध में सांझ केंद्रों के कर्मचारियों ने एसएसपी गुरदासपुर को एक लिखित शिकायत दी, जिसमें उन्होंने यह बताया कि पैसे ऑनलाइन गूगल पे के जरिए भेजे जा रहे हैं।
सभी सबूतों की गहन जांच के बाद थाना सिटी गुरदासपुर की पुलिस ने उच्च अधिकारियों की देखरेख में इंस्पेक्टर इंदरबीर कौर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उल्लेखनीय है कि जिला गुरदासपुर पुलिस के अधीन आने वाले 12 थानों में मौजूद सांझ केंद्रों के कर्मचारी इंस्पेक्टर इंदरबीर कौर के अधीन कार्यरत थे। इन 12 सांझ केंद्रों में लगभग 40 से 42 कर्मचारी काम करते थे, जिनसे रिश्वत मांगी जाती थी।
इंस्पेक्टर इंदरबीर कौर वर्ष 2007 में अपने पति की मृत्यु के बाद उसकी जगह (तरस कोटे) पर पंजाब पुलिस में भर्ती हुई थीं। 3 साल बाद 2028 में सेवा मुक्त होनी थीं। आज दोपहर इंस्पेक्टर इंदरबीर कौर को सिटी पुलिस ने माननीय गुरदासपुर अदालत में पेश किया, जहां उन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया ताकि उनसे और पूछताछ की जा सके।