लुधियाना: नगर निगम कमिश्नर आदित्य डेचलवाल ने शहर के लोगों से कुछ दिन पहले ही अपील की थी कि लोग शहर को स्वच्छ बनाए रखने में निगम का सहयोग करें। इस दौरान उन्होंने ऐलान किया था कि बड़े पैमाने पर लोगों की सुविधा के लिए हर कदम उठाए जा रहे हैं। डेचलवाल ने लोगों से कहा कि वे अवैध निर्माणों में शामिल न हों और नगर निगम से बिल्डिंग प्लान स्वीकृत करवाने के बाद ही बिल्डिंग बनाएं। उन्होंने बताया कि हाल ही में शहर में निर्माणाधीन इमारतों का सर्वेक्षण किया गया था और 300 से अधिक इमारतों की पहचान की गई थी। बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों को इमारतों का निरीक्षण करने और कोई भी अवैधता पाए जाने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। अवैध निर्माणों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।जिसके बाद कुछ दिन पहले नगर निगम कमिश्नर आदित्य ने फील्ड में उतरकर ड्यूटी दौरान कार्रवाई ना करने को लेकर इंस्पेक्टर हरजीत के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए सस्पेंड कर दिया गया था। वहीं अब एक बार फिर से नगर निगम कमिशनर ने इसी मामले को लेकर दो एसई पर कार्रवाई की है।
बताया जा रहा है कि निगम कमिश्नर आदित्य ने दोनों एसई के खिलाफ एक्शन लेते हुए उनकी एमटीपी की पोस्ट से छुट्टी कर दी है। अब कमिश्नर आदित्य द्वारा इन दोनों से एमटीपी का चार्ज वापिस लेकर एसई शाम लाल गुप्ता को दे दिया गया। इस फैसले को अवैध रूप से बन रही बिल्डिंगों से जोड़कर देखा जा सकता है। मिली जानकारी के मुताबिक रिकवरी के मामले में दिलचस्पी न दिखाने को लेकर कमिश्नर दोनों एसई से नाराज चल रहे थे। जिसके संकेत उन्होंने 2 दिन पहले ही बकाया रैवेन्यू की रिकवरी के लिए बुलाई गई चारों जोनों के अधिकारियों की बैठक के दौरान दे दिए थे।
कमिश्नर की सख्ती से बिल्डिंग ब्रांच में हलचल देखने को मिल रही है, क्योंकि एसई संजय कंवर पर अवैध रूप से बन रही बिल्डिंगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय मिलीभगत के अलावा नक्शे पास करने के लिए मोटी रकम लेने के आरोप लग रहे थे। जिसे लेकर संजय कंवर सरकार के राडार पर भी है। जिसका सबूत उसे हाल ही में चीफ विजिलैंस ऑफिसर की तरफ से जारी किया गया नोटिस है। जिसमें संजय कंवर पर अवैध रूप से बन रही बिल्डिंगों को गलत तरीके से रैगुलर करने की मंजूरी देने का आरोप लगाया गया है।
इससे पहले मॉडल टाऊन में सरकार द्वारा रोड कमर्शियल डिक्लेरेशन का नोटिफिकेशन जारी करने से पहले ही काम्पलैक्स बनाने का नक्शा पास करने के मामले में भी संजय कंवर का नाम चर्चा में रहा है। गौर हो कि नगर निगम में रेगुलर एमटीपी होने के बावजूद एसई को चार्ज देने की रिवायत पूर्व कमिश्नर शेना अग्रवाल द्वारा शुरू की गई थी जिनके द्वारा पहले संजय कंवर और फिर रंजीत सिंह को एमटीपी का चार्ज दिया गया था। लेकिन एमटीपी रजनीश वधवा की ट्रांसफर के बाद जब सरकार द्वारा रैगुलर एमटीपी की नियुक्ति नहीं की गई तो पूर्व कमिश्नर संदीप ऋषि द्वारा एसई संजय कंवर के साथ प्रवीन सिंगला को भी एमटीपी का चार्ज दे दिया गया।