फिरोजपुर/अमृतसरः पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान में घूसकर 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के अगले दिन 23 अप्रैल को फिरोजपुर बॉर्डर पर पाकिस्तान रेंजर्स ने बीएसएफ जवान पुर्नम कुमार शाॅ उर्फ पीके को हिरासत में लिया था।
इस दौरान बीएसएफ के जवान को पाक से रिहा करवाने के लिए बीएसएफ के अधिकारियों की तरफ से कई बार पाक रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग भी की गई, लेकिन उन्होंने जवान को नहीं छोड़ा। लेकिन अब दोनों देशों के बीच तनाव कम होने के बाद 21वें दिन पाक की ओर से जवान को रिहा किया गया। मिली जानकारी के अनुसार पीके शाॅ मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रिशरा का रहने वाला है। कुछ दिन पहले सैनिक की पत्नी रजनी शाॅ पति की रिहाई को लेकर चंडीगढ़ आई थी।
रजनी ने अपने पति की वापसी को लेकर बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात की थी। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, घटना के समय जवान वर्दी में था। उसके पास सर्विस राइफल थी। हुगली के रिशरा के हरिसभा इलाके के रहने वाले पीके कथित तौर पर सीमा के पास किसानों के एक समूह के साथ थे, जब वह एक पेड़ के नीचे आराम करने के लिए आगे बढ़े और अनजाने में पाकिस्तान क्षेत्र में चले गए, जहां उन्हें पकड़ लिया गया था। लेकिन अब उसे पाक की ओर से रिहा कर दिया गया है।