चंडीगढ़: बॉलीवुड अभिनेत्री और लोकसभा सांसद कंगना रनौत आज एक बार फिर बठिंडा की जिला अदालत में पेश होंगी। यह मामला एक किसान महिला से जुड़ी मानहानि की शिकायत से संबंधित है, जिसमें कंगना द्वारा किसान आंदोलन के दौरान की गई विवादित टिप्पणी को आधार बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि पिछली सुनवाई के दौरान अदालत ने कंगना रनौत को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के स्पष्ट आदेश दिए थे। इससे पहले कंगना एक बार स्वयं बठिंडा अदालत में उपस्थित हो चुकी हैं, जबकि बाद की तारीखों पर उनके वकील अदालत में पेश होते रहे। आज की सुनवाई के दौरान भी यह संभावना जताई जा रही है कि लोकसभा के चल रहे सर्दियों के सत्र के कारण कंगना की जगह उनके कानूनी प्रतिनिधि पेश हो सकते हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पेशी की मांग
स्रोतों के अनुसार, कंगना रनौत की तरफ से अदालत के सामने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश होने की याचिका भी दी गई है। अदालत आज इस मांग पर भी कोई अहम फैसला सुना सकती है, जिस पर दोनों पक्षों की नजरें टिकी हुई हैं।
इस मानहानि मामले में 4 दिसंबर को दो गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। मामला दर्ज कराने वाली किसान महिला महिंदर कौर के वकील ने अदालत को बताया कि आवश्यक सबूत पेश किए जा चुके हैं। पीड़ित महिला ने अदालत के समक्ष कहा कि वह पिछले चार सालों से इंसाफ के लिए अदालतों का चक्कर लगा रही है और इस मामले में वह कंगना को व्यक्तिगत रूप से अदालत में मौजूद देखना चाहती हैं। महिंदर कौर ने यह भी कहा कि वह किसी निजी मुआफी से संतुष्ट नहीं हैं और जो भी फैसला अदालत और कानून के अनुसार होगा, वही उन्हें मंजूर होगा।
पूरा विवाद क्या है
यह मामला 2021 के किसान आंदोलन से जुड़ा हुआ है। उस समय कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर बठिंडा के गांव बहादरगढ़ जंडिया की निवासी 87 साल की किसान महिला महिंदर कौर के बारे में एक टिप्पणी की थी। ट्वीट में कहा गया था कि ऐसी महिलाएं पैसे लेकर धरनों में शामिल होती हैं। इस टिप्पणी को मानहानि बताकर महिंदर कौर ने अदालत का रुख किया था।