लुधियानाः जिले में 19 जून को होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासत गरमाई हुई है। जहां पार्टी के उम्मीदवारों के हक में लगातार सीनियर नेताओं द्वारा प्रचार किया जा रहा है। वहीं आज कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता अलका लाम्बा ने जिले में पहुंची। जहां उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस उम्मीदवार व पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु के पक्ष में वोट मांगे। कांग्रेस की महिला नेता अलका लाम्बा ने विपक्ष पर जमकर निशाने साधे। वहीं उन्होंने कहा कि सरकार के 3 साल के कार्यकाल में से पहले पंजाब का कर्ज 2 लाख 78 हजार करोड़ रुपये था। लेकिन अब पंजाब का कर्ज बढ़कर लगभग 3 लाख 78 हजार करोड़ रुपये पहुंच गया है।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी सीट से कांग्रेस ने अलका लांबा को आतिशी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा था। अलका लांबा 2015 में AAP के टिकट पर चांदनी चौक से विधायक बनीं थीं, लेकिन आम आदमी पार्टी नेतृत्व से मतभेद के बाद 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गईं। उन्हें 2020 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार प्रहलाद सिंह साहनी ने यह सीट जीती थी। इस चुनाव में अलका लांबा तीसरे स्थान पर रहीं। अब लांबा अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं।
उन्होंने 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए भाजपा उम्मीदवार सुमन गुप्ता को 18 हजार से अधिक मतों से हराया था। दिल्ली विधान सभा चुनाव में अलका लांबा को कांग्रेस ने कालकाजी सीट पर टिकट दिया। यहां वह पूर्व सीएम आतिशी के खिलाफ चुनाव लड़ी थी। लेकिन अलका लांबा को मात्र 4 हजार 392 वोट ही मिलें।। जबकि आतिशी को 52 हजार 154 और भाजपा उम्मीदवार रामेश बिधूड़ी को 48 हजार 633 वोट हासिल हुए।
अलका लांबा ने छात्र नेता के तौर पर राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के अध्यक्ष रही। 2002 में, अलका को अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के महासचिव भी नियुक्त किया जा चुका हैं। वह 2006 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा बन गईं। उन्हें दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किया और 2013 दिसंबर में अलका लांबा ने कांग्रेस छोड़ अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को चुना था।