पठानकोटः पुलिस द्वारा लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुंदर चक्क रोड पर दिन के समय भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन का कहना है कि सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए और लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रोक लगाई गई है।
हालांकि, भारत-पाक युद्ध के दौरान ब्लैकआउट के कारण रात में किसी भी तरह की आवाजाही पर प्रतिबंध था, जिसके कारण ट्रक दिन में ही माल लोड करने के लिए चलाए जाते थे, लेकिन युद्ध विराम के बाद भी ट्रक चालक लगातार दिन में इस सड़क पर घूम रहे थे। इसके विरोध में स्थानीय निवासियों ने आज इन ट्रकों को रोक लिया गया तथा पुलिस और प्रशासन को मौके पर बुलाया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पूर्व सरपंच राजिंदर कुमार व स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि संघर्ष विराम के बाद भी ट्रक चालक अपनी मनमानी कर रहे हैं। ऐसे में प्रतिबंध के बावजूद दिन में भारी वाहनों को यहां से निकाला जा रहा हैं। जिससे लोगों में दुर्घटना का डर बना हुआ है तथा दुकानदारों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।
आरोप है कि जब इन ट्रकों को रोका गया तो कुछ ड्राइवरों ने लोगों को ट्रकों के नीचे धकेलने की भी कोशिश की। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस और प्रशासन को मौके पर बुलाया। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा सभी वाहनों की गहनता से जांच की जा रही है। बता दें कि इस इलाके में जम्मू-कश्मीर का इलाका भी शामिल है। इसलिए वहां के पुलिस प्रशासन और खनन विभाग को भी मौके पर बुलाया गया है, वो भी इन सभी वाहनों की जांच कर रहे हैं।
जब इस संबंध में पठानकोट ट्रैफिक इंचार्ज ब्रह्म दत्त से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि उन्होंने मौके पर पहुंचकर इन सभी ट्रकों को रुकवाया था। दिन के समय यहां से किसी भी ट्रक को निकलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान 3 ट्रकों को भी रोका गया है क्योंकि यह इलाका जम्मू-कश्मीर की सीमा से लगता है। इसलिए वहां पुलिस और खनन विभाग को मौके पर बुलाया गया है। इन सभी वाहनों की गहन जांच की जा रही हैं। इसके साथ ही माइनिंग विभाग की टीम भी एसएचओ सुजानपुर, एसएचओ तारागढ़ पहुंच गई है। जांच पूरी होने तक किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।