गुरदासपुरः गुरदासपुर-मुकेरियां रोड पर गांव चावा के पास सड़कें बनाने वाली एक कंपनी (जेकेबी) के टिप्पर ने पहले जूस वाली रेहड़ी को टक्कर मारी, जिसके बाद वह मूंगफली वाली दुकान में जा घुसा। जानकारी के अनुसार ड्राइवर टिप्पर बंद किए बिना उतर गया और पास में मोबाइल की दुकान पर रिचार्ज करवाने चला गया। इतने में टिप्पर अपने आप आगे बढ़ता हुआ पहले जूस की रेहड़ी को टक्कर मारकर पलटा दिया, फिर मूंगफली की दुकान में जा घुसा। लोगों का आरोप है कि ड्राइवर ने बिना हैंड ब्रेक लगाए टिप्पर को रोड पर खड़ा कर दिया, सड़क की ढलान नीचा होने के कारण टिप्पर खोखे में जा घुसा।
गनीमत रही कि किसी भी तरह का कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ है। खोखे मालिक रामपाल हादसे के वक्त वहां मौजूद नहीं था, पर खोखे में बैठी उसकी पत्नी और उसकी छोटी बेटी ने दौड़कर अपनी जान बचाई। खोखा मालिक की पत्नी भूरी ने बताया कि उन्हें लगभग 25–30 हजार रुपए का नुक्सान हुआ है, जबकि आइसक्रीम लगाने वाले प्रवासी ने कहा कि उसका डेढ़ लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
दूसरी तरफ पूर्व सरपंच दलबीर कांडा ने बताया कि इस सड़क के किनारे खड़ी रेहड़ियों की वजह से पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ साल पहले इसी तरह बेकाबू हुआ एक ट्रक सड़क किनारे की रेड़ियों में घुसा और फिर एक दुकान से टकरा गया था। जिससे दुकान को भारी नुकसान हुआ और दुकान टूट गई थी। दुर्घटना में दो मौतें भी हुई थीं, जिनमें एक प्रवासी भी शामिल था। इसके बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन को मांगपत्र देकर कहा था कि सड़क किनारे रेहड़ियों के लिए अलग जगह दी जाए।