गुरदासपुरः पुलिस ने एक महत्वपूर्ण जासूसी-विरोधी अभियान में संवेदनशील सैन्य जानकारी लीक करने में शामिल 2 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान सुखप्रीत सिंह और करणबीर सिंह के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच पंजाब पुलिस द्वारा पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वालों के खिलाफ चलाए जा रहे जासूसी विरोधी अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई की गई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करके राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने के प्रयास को विफल कर दिया।
मामले की जानकारी देते हुए डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि 15 मई को विश्वसनीय खुफिया सूचना से पता चला कि सुखप्रीत सिंह और करणबीर सिंह ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित गोपनीय जानकारी के दौरान दोनों आरोपी पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में फौज की गतिविधियां और मुख्य रणनीतिक स्थान शामिल थे। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ साझा करने में संलिप्त थे।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके मोबाइल फोन की फोरेंसिक जांच में खुफिया जानकारी की पुष्टि हुई है। पुलिस टीम ने उनके कब्जे से 3 मोबाइल और 8 जिंदा कारतूस (.30 बोर) भी बरामद किए। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी आईएसआई हैंडलरों के सीधे संपर्क में थे और उन्होंने भारतीय हथियारबंद सेनाओं से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी साझा की थी।
दोरंगला पुलिस थाना में सरकारी भेद अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। जांच जारी है, और जैसे-जैसे यह आगे बढ़ेगी, और खुलासे होने की उम्मीद है। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस भारतीय सेना के साथ मजबूती से खड़ी है और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए अपने कर्तव्यों में दृढ़ है। हमारे हथियारबंद बलों की सुरक्षा को कमजोर करने के किसी भी प्रयास का कड़ाई से और तुरंत जवाब दिया जाएगा।