चंडीगढ़: पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार ने वर्ष 2025 में किसानों की खुशहाली और टिकाऊ कृषि के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां के अनुसार, प्रदेश में गन्ने का भाव भारत में सबसे अधिक ₹416 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया, जिससे किसानों को उनकी मेहनत का उचित लाभ मिला। इस वर्ष पराली जलाने की घटनाओं में 53 प्रतिशत कमी दर्ज की गई, जिससे पर्यावरण संरक्षण को भी बल मिला।
फसली विविधता और टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने कई योजनाएं लागू की हैं। कपास की खेती में 20 प्रतिशत वृद्धि हुई, 52,000 से अधिक किसानों ने बीजों पर सब्सिडी के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया। धान की सीधी बिजाई (डी.एस.आर.) तकनीक के तहत क्षेत्र में 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि बासमती की खेती भी बढ़कर 6.90 लाख हेक्टेयर हो गई।

इसके अलावा, छह जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत 11,000 एकड़ क्षेत्र में धान की बजाय खरीफ की मक्की की खेती की गई, जिसमें किसानों को वित्तीय सहायता और बीजों पर सब्सिडी प्रदान की गई। कृषि मंत्री ने कहा कि इन पहलों का उद्देश्य किसानों को सशक्त बनाना और पर्यावरण अनुकूल कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देना है। पंजाब सरकार ने वर्ष 2026 में भी नवीनतम और टिकाऊ कृषि योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने का वादा किया है।
