चंडीगढ़ः पंजाब के सीएम भगवंत मान ने इंडस्ट्री क्षेत्र को लेकर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्रियल जमीन के लिए अब ग्रीन कलर का स्टांप पेपर होगा। इससे आसानी से पता लग सकेगा कि कारोबारी किस मकसद से जमीन खरीद रहा है और इसका क्या इस्तेमाल होगा। पंजाब में निवेश करने वाले कारोबारी राज्य सरकार को बताएं कि वह कहां व किस मकसद से जमीन खरीदना चाहते हैं। इसके बाद सीएलयू टीम जमीन संबंधी जांच के बाद उसे अप्रूवल देगी। इसके बाद फैक्ट्री मालिक को अन्य स्टांप पेपर से महंगा हरे रंग का स्टांप खरीदने को कहा जाएगा। इसमें सीएलयू, फॉरेस्ट, पॉल्यूशन और फायर संबंधी एनओसी के पैसे शामिल होंगे। जैसे ही रजिस्ट्री होगी, इसके बाद कारोबारी फैक्ट्री का निर्माण शुरू करवा सकेगा।
मान ने कहा कि इस फैसले से कारोबारी परेशानियों से बच सकेंगे। उन्हें सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। फैक्ट्री तैयार होने पर उक्त सभी विभागों की क्लीयरेंस की स्टांप कारोबारी के पास मौजूद हरे रंग के स्टांप पेपर पर लगाई जाएगी। यदि साल-डेढ़ साल बाद कोई अधिकारी इंस्पेक्शन के लिए आएगा तो उसे स्टांप पेपर देखकर पता लग जाएगा कि जमीन किस मकसद के लिए खरीदी गई थी और उसे किस इस्तेमाल में लाया जा रहा है। मान ने कहा कि पंजाब देश का पहला प्रदेश है, जिसने स्टांप पेपर की कलर कोडिंग का फैसला किया है। उम्मीद है कि यह कामयाब रहेगा और अन्य प्रदेश भी ऐसा करेंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल ग्रीन कलर के स्टांप पेपर की शुरुआत इंडस्ट्री क्षेत्र के लिए की जा रही है। आगामी समय में हाउसिंग व अन्य क्षेत्रों के स्टांप पेपर के कलर भी अलग-अलग किए जाएंगे।