अमृतसरः पंजाब में अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रमजीत मजीठिया से जुड़े ड्रग केस में आज BJP के नेता अमरपाल सिंह बोनी अजनाला पटियाला रेंज के एडीजीपी और इस केस की जांच कर रही SIT के इंचार्ज मुखविंदर सिंह छीना से मिलेंगे। पुलिस ने मंगलवार को ही बोनी को नोटिस भेजकर इन्वेस्टिगेशन के लिए पेश होने को कहा था। SIT इसी केस में सोमवार को मजीठिया को भी नोटिस भेज चुकी है।केस की जांच कर रही SIT ने बिक्रम मजीठिया की पेशी से पहले बोनी अजनाला को बुलाकर यह संकेत दे दिए हैं कि वह केस को और पुख्ता बनाने की तैयारी में है। दरअसल, बोनी अजनाला इसी ड्रग केस से संबंधित बिट्टू औलख मामले में हलफिया बयान दे चुके हैं।
बोनी ने 13 नवंबर 2018 को CBI कोर्ट में भी मजीठिया के खिलाफ अपने बयान दर्ज करवाए थे। उस समय बोनी अकाली दल छोड़ चुके थे। हालांकि लगभग दो साल बाद उन्होंने दोबारा अकाली दल को जॉइन किया और उसके कुछ महीने बाद BJP में चले गए। पंजाब में मार्च-2022 में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनने के बाद बोनी अजनाला की SIT के सामने यह दूसरी पेशी होंगे। इससे पहले वह मई-2022 में भी SIT के सामने पेश हुए थे। मजीठिया पर 20 दिसंबर, 2021 को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस एफआईआर में बोनी अजनाला का भी उल्लेख है, जो 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले ही जगदीश भोला ड्रग केस के आरोपियों में शामिल मनिंदर सिंह बिट्टू औलख का समर्थन करते हुए मजीठिया के खिलाफ हो गए थे।
मजीठिया के खिलाफ FIR में, जगजीत सिंह चहल (जिनकी मोंटेक फार्मा नाम की दवा फैक्ट्री थी) ने रेत खनन कारोबार में मजीठिया और बोनी अजनाला दोनों की कथित संलिप्तता का खुलासा किया था। FIR में लिखा गया था कि बिक्रम सिंह मजीठिया, मनिंदर सिंह औलख उर्फ बिट्टू औलख और बोनी अमरपाल अजनाला के साथ रेत खनन व्यवसाय में शामिल थे। जबकि, मनिंदर सिंह औलख उर्फ बिट्टू औलख ने कहा है कि बिक्रम सिंह मजीठिया मुक्तसर निवासी कंवरजीत सिंह उर्फ रोजी बरकंदी (मौजूदा विधायक) के साथ रेत खनन कारोबार में शामिल थे।