शिमला : धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा की बगाबत के बाद अब धर्मशाला की कांग्रेस में भी बगाबत साफ देखी जाने लगी है। धर्मशाला के कचहरी अड्डा में कांग्रेसियों के बीच हाई बोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। यहां ख़ुद को कट्टर कांग्रेसी बताने वाले कांग्रेसी नेता विजेंद्रकर्ण अपने गुट के साथ कचहरी अड्डा में सुधीर शर्मा का पुतला जलाने पहुंचे। इससे पहले कि वो वो लोग यहां विधायक सुधीर शर्मा का पुतला जलाते ऐन वक्त पर सुधीर शर्मा गुट के लोग यूथ कांग्रेस धर्मशाला अध्यक्ष अश्वनी राणा अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए। उन्होंने विजेंद्रकर्ण के मंसूबों पर एक नहीं बल्कि दो मर्तबा पानी फेर दिया और उन्हें पुतला नहीं जलाने दिया गया। इस दौरान दोनों ही गुटों में झड़प भी देखने को मिली। दोनों गुटों में झड़प होते देख धर्मशाला के SHO सुरेंद्र सिंह ने मोर्चा सम्भालते हुए पुलिसकर्मियों के सहयोग से दोनों ही गुटों को बामुश्किल शांत करवाया।
इस दौरान विजेंद्रकर्ण ने कहा कि सुधीर शर्मा हमेशा पार्टी विरोधी काम करते रहे है। उन्होंने साल 2019 के उपचुनावों में भी अपना बागी चेहरा दिखाया और नगर निगम के चुनावों में भी कुछ ऐसा ही रवैया रहा। उनको लेकर हमेशा से ही भाजपा में जाने की अटकलें लगाई जाती रही और आज अंततः वो जाते हुये भी नज़र आ रहे है। उनकी खिलाफत बेहद जरूरी थी, कर्ण ने आरोप लगाया कि सुधीर के गुंडों ने पुलिस की मदद से उन्हें उनका पुतला जलाने से रोक लिया जो कि सरासर अन्याय है।. वहीं यूथ कांग्रेस के ब्लॉक धर्मशाला अध्यक्ष अश्वनी राणा ने कहा कि वो बेहद शान्तिपूर्वक यहां एजिटेशन देखने आए थे। मगर इनकी हरकतों ने उनके नापाक मंसूबों को उजागर कर दिया, खुद को कट्टर कांग्रेसी बताने वालों से वो पूछना चाहते हैं कि आखिर वो बीते डेढ़ सालों से कहां थे जो आज धर्मशाला निर्माता सुधीर शर्मा का पुतला जलाने पहुंच गए है।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.