जौनपुरः जिला हॉस्पिटल में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां, कुछ किन्नरों ने हाई वोल्टेज ड्रामा किया। दरअसल, किन्नरों ने निर्वस्त्र होकर इमरजेंसी वार्ड में घुसकर डॉक्टर को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। उन्होंने नर्सिंग स्टाफ और वार्डबॉय को भी नहीं छोड़ा और उनके साथ भी मारपीट की गई। इस दौरान सुरक्षा गार्ड और अस्पताल के कर्मचारी मूक दर्शक बने रहे। मारपीट में 2 डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट और एक वार्डबॉय को गंभीर चोट आई है। घटना अमर शहीद उमानाथ सिंह जिला अस्पताल की बताई जा रही है। किन्नरों का आरोप है कि मारपीट में घायल उनकी साथी हॉस्पिटल में इलाज के लिए गई थी, लेकिन डॉक्टर ने उसे भगा दिया। वहीं, पुलिस ने अज्ञात किन्नरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

एक किन्नर ने बताया कि शहर के एक मोहल्ले में उसका मकान है। जमीन विवाद को लेकर शुक्रवार शाम 5 बजे उसके पड़ोसी और उसके 4 बेटों ने उसके ऊपर लाठी डंडे से हमला कर दिया था और उसके कपड़े भी फाड़ दिए और बलात्कार करने की कोशिश की गई। उसने बताया कि घटना के बाद जब वह अस्पताल पहुंची तो डॉक्टर और स्टाफ ने मुझे वहां से बिना इलाज भगा दिया। जब वह पुलिस के पास पहुंची तो वहां पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने शाम 7 बजे गुरु किन्नर अक्षिता के घर जाकर पूरी बात बताई।
किन्नरों की सरदार अक्षिता ने बताया कि मेरे शिष्या शुक्रवार को जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज कराने पहुंची थी। इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉ. पवन सिंह ने कहा, पहले FIR कराओ, तब इलाज करेंगे। इसी बात को लेकर मेरी शिष्या और डॉ. पवन के बीच विवाद हुआ था। डॉ. पवन ने गाली-गलौज की। स्टाफ ने धक्का-मुक्की करते हुए किन्नर को अस्पताल से बाहर निकाल दिया था। जब मुझे घटना के बारे में पता चला तो सभी साथी किन्नरों को बुला लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शुक्रवार रात 8:45 बजे 20 से 25 किन्नर जिला अस्पताल पहुंचे।
हंगामा करते हुए इमरजेंसी वार्ड में घुस गए। वहां अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए। इमरजेंसी वार्ड में घुसते ही सभी किन्नर डॉ. पवन सिंह पर टूट पड़े। बीच-बचाव करने आए नर्सिंग ऑफिसर आशीष सिंह और वार्ड बॉय अमित सिंह को पीटा। बीच-बचाव करने वाले फार्मासिस्ट को भी चोटें आईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार किन्नर इमरजेंसी की सर्जिकल टेबल पर चढ़कर मारपीट कर रहे थे। घटना की सूचना मिलते ही इमरजेंसी वार्ड में अफरा-तफरी मच गई। मरीज और तीमारदार वार्ड से निकलकर भाग गए।
पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन जब तक पुलिस पहुंची, तब तक ज्यादातर किन्नर मौके से फरार हो चुके थे। सीएमएस डॉ. केके राय ने कहा कि यह हमला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। डॉक्टरों और स्टाफ पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मामले की रिपोर्ट तैयार कर पुलिस को दे दी गई है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
एसपी सिटी आयुष श्रीवास्तव ने बताया- अस्पताल की घटना गंभीर है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। दोषियों की पहचान कर जल्द कार्रवाई की जाएगी। अस्पतालों की सुरक्षा प्राथमिकता में है। कोतवाली प्रभारी मिथिलेश ने बताया कि अज्ञात किन्नरों के खिलाफ हत्या का प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है। वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।