भीलवाड़ाः शहर में बीते दिनों महेंद्र सिंह (44) की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या करने का मामला सामने आया था। आरोप है कि यह हत्या महेंद्र सिंह पंवार के दोस्त रामेश्वर (40) ने की है। पुलिस ने अब आरोपी रामेश्वर को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, हत्या आरोपी रामेश्वर ने बताया कि वह और महेंद्र पिछले 7-8 सालों से डेयरी बिजनेस में पार्टनर थे। इसी दौरान महेंद्र (44) का उसकी पत्नी (36) से अवैध संबंध बन गए थे। उसकी पत्नी हर रविवार को महेंद्र के प्रियदर्शनी नगर स्थित मकान में मिलती थी। महेंद्र खुद भी शादीशुदा था, लेकिन परिवार से अलग रहता था। इसी मकान को अपनी दोस्त की पत्नी को छुपाकर लाने-ले जाने की जगह के रूप में इस्तेमाल करता था। यह बात रामेश्वर को 3 महीने पहले पता चली। उसने दोस्ती का हवाला देकर महेंद्र को दूर रहने को कहा। महेंद्र ने उसे और उसकी पत्नी को बदनाम करने तथा उसके इकलौते बेटे को मारने की धमकी दे दी।
महेंद्र का रवैया नहीं बदला तो रामेश्वर ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। उसे पता था कि महेंद्र रोज मॉर्निंग वॉक पर निकलता है। 28 नवंबर की रात करीब 2 बजे सबके सोने के बाद रामेश्वर ट्रैक्टर लेकर कच्चे रास्ते से हलेड रोड पहुंचा। यहां वह महेंद्र का इंतजार करता रहा। आरोप है कि 29 नवंबर की तड़के 4 बजे जैसे ही महेंद्र वॉक के लिए सड़क पर आया, रामेश्वर ने ट्रैक्टर से टक्कर मार दी। महेंद्र बचने के लिए खेतों की तरफ भागा तो उसका पीछा किया। कुछ ही देर में महेंद्र को ट्रैक्टर से कुचलकर मार डाला। वारदात के बाद रामेश्वर अपना ट्रैक्टर लेकर फरार हो गया। खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए अपने रोजमर्रा के काम में लग गया था।
सदर थाना प्रभारी कैलाश कुमार ने बताया कि 29 नवंबर को प्रियदर्शनी नगर हलेड रोड के पास खाली प्लॉट के किनारे महेंद्र की लाश मिली थी। शव से 100 मीटर दूर महेंद्र की स्कूटी मिली थी। उसके नंबर से महेंद्र की पहचान हुई थी। वह तिलक नगर का रहने वाला था। पहले परिजनों ने रुपए के लेनदेन को लेकर हत्या की आशंका जताई थी। बारीकी से जांच में पता चला कि महेंद्र को किसी वाहन की टक्कर से मारकर हत्या की गई है। मौके पर टायरों के निशान भी मिले थे। परिवार वालों ने मॉर्च्युरी के बाहर प्रदर्शन भी किया था।
इस मामले में एक टीम का गठन किया गया। साथ ही महेंद्र के बैकग्राउंड के आधार पर कई पहलुओं पर डिटेल इन्वेस्टिगेशन किया गया। इसके परिजन और दोस्तों सहित 20 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई। शक के दायरे में आए महेंद्र के दोस्त रामेश्वर को हिरासत में लिया गया था जिसके बाद रामेश्वर ने पुलिस हिरासत में अपना जुर्म कबूल किया। आरोपी को न्यायालय में पेश कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।