जम्मूः वैष्णो देवी मार्ग में बाणगंगा के पास भूस्खलन की घटना हुई है। हादसे में कुछ यात्रियों के घायल होने की खबर है। राहत और बचाव का कार्य जारी है, घायलों को कटरा अस्पताल शिफ्ट किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार भूस्खलन के दौरान लोगों में भगदड़ मच गई। घटना की वीडियो भी सामने आई है, जिसमें देखा जा सकता है कि लैंडस्लाइड से भारी मात्रा में मलबा गिर गया। इस घटना में कई श्रदालुओं के फंसे होने की आंशका है। वहीं लैंडस्लाइड के कारण माता वैष्णों देवी भवन का रास्ता बंद कर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर आज सुबह करीब 8 बजे बाणगंगा के पास भारी भूस्खलन हुआ, जिसमें कई यात्री मलबे की चपेट में आ गए। यह हादसा क्षेत्र में लगातार हो रही तेज बारिश के कारण हुआ है। सामने आई जानकारी के अनुसार, कटरा से भवन की ओर जाने वाले पुराने यात्रा मार्ग पर स्थित बाणगंगा क्षेत्र में अचानक पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर और मलबा गिर गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पैदल मार्ग से गुजर रहे थे। अचानक भारी पत्थर और मलबा गिरने से अफरा-तफरी मच गई। 4 श्रद्धालु मलबे की चपेट में आ गए।
हादसे के बाद रेस्क्यू करने वाली टीम में शामिल पिट्ठू, पालकी सेवकों, श्राइन बोर्ड के कर्मचारियों और पुलिस बल ने तत्परता दिखाते हुए यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला है। घायलों को इलाज के लिए तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भूस्खलन के कारण ट्रैक पर बने शेड भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गनीमत यह रही कि समय रहते राहत कार्य शुरू हो गया, जिससे बड़ी जनहानि टल गई। बता दें कि यह मार्ग माता वैष्णो देवी यात्रा का पुराना और मुख्य मार्ग माना जाता है, जहां रोज़ाना हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए गुजरते हैं। हादसे के बाद इलाके में आवाजाही कुछ समय के लिए रोक दी गई है। हालांकि, प्रशासन की ओर से इस हादसे को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
सावन के महीने और सोमवार का दिन होने के कारण यात्रा मार्ग पर भीड़ अधिक थी। ऐसे में अचानक हुआ यह भूस्खलन यात्रियों के लिए डर का कारण बन गया है। मौसम विभाग ने हाल ही में जम्मू क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी। माना जा रहा है कि लगातार हो रही बारिश के कारण पहाड़ों की मिट्टी ढीली हो गई थी, जिससे यह भूस्खलन हुआ। प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करें। श्राइन बोर्ड के अधिकारी हालात पर नजर बनाए हुए हैं और जल्द ही रास्ता फिर से खोलने की कोशिश की जा रही है। प्रशासन ने बताया है कि स्थिति अब नियंत्रण में है और घबराने की जरूरत नहीं है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।