बाजवा के बयानबाजी पर लगी रोक, सांसद बनने के बाद ना-शुक्र हुए चन्नी
जालंधर, ENS: कांग्रेस सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा द्वारा 32 ग्रेनेड बम चलाए जाने को लेकर बयान दिया था। इस मामले को लेकर बाजवा द्वारा कोर्ट में एफआईआर दर्ज करने की हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी, जिस पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। वहीं इस मामले को लेकर आप पार्टी के पूर्व विधायक पवन टीनू ने बाजवा पर जमकर निशाने साधे। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने बाजवा को जमकर लताड़ लगाई। इस दौरान हाईकोर्ट ने बाजवा को 22 अप्रैल तक बयानबाजी बंद करने के लिए कहा गया। वहीं बाजवा को पुलिस से थाने में जाकर सहयोग करने के लिए कहा गया। टीनू ने कहा कि आज यह साबित हो गया है कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है।
वहीं कांग्रेस द्वारा जो प्रदर्शन किया जा रहा था, इस मामले में उन सभी को हाईकोर्ट से फटकार लगी है। अब बाजवा को पुलिस से सहयोग करते हुए मामले के सोर्स के बारे में बताना होगा। टीनू ने कहा कि अब बाजवा को लोगों से इस विवादित बयान को लेकर माफी मांग लेनी चाहिए। वहीं कांग्रेस की लीडरशीप पर निशाना साधते हुए कहा कि अब पार्टी के नेताओं को बताना चाहिए कि क्या वह पंजाब की सुरक्षा के साथ खेल खेल रही है, वह भी इसका लोगों को जवाब दें। सांसद चन्नी के गुमशुदा के पोस्टर पर टीनू ने कहा कि वह तो मेहमान की तरह ही जालंधर में दौरा करने आते है। वह कभी धार्मिक समागम और धरने में आते है।
ऐसे में जिन लोगों को सांसद के रूप में काम है वह लोग चरणजीत चन्नी का घर ढूंढ रहे है। आप पार्टी ने पहले ही लोकसभा सीट में कह दिया था कि बेगाना बेटा काम नहीं आएगा और अब यह साबित भी हो गया। ऐसे में अब लोग काम करवाने को लेकर काफी परेशान हो रहे है। लोगों के चुनावों के दौरान भी कहा था कि अगर उन्हें जीत दिलाते है तो काम करवाने के लिए 300 किलोमीटर जाने पड़ेंगा। चन्नी विधानसभा में 2 सीटों से चुनाव हार गए थे, लेकिन लोकसभा चुनाव में 4 लाख लोगों ने वोट डालकर चन्नी को लोकसभा में भेजा था। टीनू का आरोप है कि चन्नी ने लोगों का धन्यवाद नहीं किया और ना शुक्रे हो गए।