जालंधर, ENS: सेंट्रल हलके के विधायक रमन अरोड़ा के करीबी महेश मखीजा को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार मखीजा को फगवाड़ा में रिश्तेदार की फैक्टरी से विजिलेंस ने गिरफ्तार किया। जिसके बाद देर रात 10.10 बजे विजिलेंस ने मखीजा को कोर्ट में पेश किया। जहां दोनों वकीलों में काफी बहस चली जिसके बाद विजिलेंस की ओर से कोर्ट से 7 दिनों का रिमांड मांगा गया। हालांकि कोर्ट द्वारा मखीजा का विजिलेंस को 4 दिन का रिमांड दिया गया। मखीजा को गिरफ्तार करने के बाद विजिलेंस की टीम 3 गाड़ियों के साथ मखीजा के घर पहुंची, जहां विजिलेंस ने कई अहम दस्तावेज हासिल किए।
जिसके बाद देर रात ही मखीजा को विजिलेंस द्वारा कोर्ट में पेश किया गया। विजिलेंस की ओर से कोर्ट में यह दलील दी गई कि मखीजा से पूछताछ में कई अहम सुराग मिल सकते है। जिसके चलते कई प्रॉपर्टी के बारे में भी पता लग सकता है। आज रैनक बाजार में भी रमन अरोड़ा के करीबी के पास विजिलेंस की टीम पहुंची थी, लेकिन रमन अरोड़ा का करीबी पहले से फरार हो गया। जिसके चलते विजिलेंस द्वारा करीबी के रिश्तेदारों से पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के अनुसार विजिलेंस टीम ने मौके से लाखों रुपए कैश और दस्तावेज बरामद हुए है। बता दें कि भ्रष्टाचार के मामले में फंसे आम आदमी पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा को बीते दिन कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट से विजिलेंस को रमन अरोड़ा का 4 दिन का रिमांड मिला।
वहीं बीते दिन ही विजिलेंस की टीम ने बिल्डिंग इंस्पेक्टर हरप्रीत कौर को भी गिरफ्तार किया। जहां देर रात विजिलेंस की टीम ने विधायक रमन अरोड़ा और इंस्पेक्टर हरप्रीत कौर का सिविल अस्पताल से मेडिकल करवाया। बता दें कि अदालत में विजिलेंस ने बताया कि विधायक के समधी, पुत्र राजन अरोड़ा और महेश मखीजा को नामजद किया गया था। सूत्र बताते है कि आज विजिलेंस की टीम ने महेश मखीजा को गिरफ्तार कर लिया और जल्द कोर्ट में पेश किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार विजिलेंस को कई महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं।
सूत्रों के अनुसार विधायक रमन अरोड़ा ने रिमांड के दौरान माना कि उनका पुत्र कामकाज के साथ-साथ नगर निगम जाकर काम भी करवाता था। इसी कारण विजिलेंस ने तीनों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पता चला है कि विधायक ने रिश्तेदारों या पारिवारिक दोस्तों के नाम पर भी जमीन खरीदी है, जिसकी कीमत करोड़ों में है।
मामले की जांच के लिए विजिलेंस ने 7 टीमें तैनात की हैं। विजिलेंस की टीम 3 बैगों को खोजने के लिए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर रही है, जिसमें यह पता लगाया जा रहा है कि ये बैग कैसे गायब किए।