26 करोड़ के ड्रेनेज सफाई प्रोजेक्ट को मानसून से पहले पूरा करने के दिए आदेश
जालंधर (ens): पंजाब के खान एवं भूविज्ञान तथा जल संसाधन मंत्री बरिन्दर कुमार गोयल द्वारा जालंधर सर्कल में 26 करोड़ रुपये की लागत से कार्य शुरू किए गए। जालंधर सर्कल के अंतर्गत आते होशियारपुर, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला और शहीद भगत सिंह नगर जिलों में सफाई प्रोजेक्टों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जालंधर सर्कल में ड्रेन की सफ़ाई से संबंधित लगभग 47 प्रोजेक्ट चल रहे है और नालों की सफ़ाई से पानी का सुचारू प्रवाह सुनिश्चित होगा।
अवैध खनन के विरुद्ध ज़ीरो टॉलरेंस पर जोर देते हुए गोयल ने राज्य भर में कड़ी निगरानी और खनन नियमों का कड़ाई से अनुपालन करने का आह्वान किया। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सर्कल में सार्वजनिक खनन स्थलों और वाणिज्यिक खनन स्थलों के संचालन की समीक्षा कर रहे थे। अधिकारियों को अधिकृत स्थानों पर खनन नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए।
खनन गतिविधियों से लोगों की सुविधा से समझौता नहीं होना चाहिए तथा वैध खनन सुनिश्चित करने के लिए नियमित निगरानी के भी आदेश दिए। उ यदि अवैध खनन का कोई मामला सामने है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई अधिकारी अवैध खनन रोकने में असफल पाया जाता है तो उसकी जवाबदेही तय की जाएगी।
मंत्री गोयल ने अधिकारियों से एनएचएआई से मिट्टी की निकासी के रिकवरी में तेजी लाने को कहा। इसके अलावा डिफाल्टरों क्रशरों से वसूली पर जोर दिया।
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ एक अन्य बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री ने बिस्त दोआब नहर के माध्यम से टेलों तक जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा की।
इस मिशन के तहत नहर निर्माण के लिए पिछले वर्ष 30 करोड़ रुपये की धनराशि भेजी गई थी। इसी प्रकार, जल पुनर्भरण परियोजनाओं और सिंचाई के उद्देश्य से बिस्त दोआब नहर के किनारे विभिन्न स्थानों पर पाइपलाइनें भी बिछाई गई हैं। इस अवसर पर मंत्री ने किसानों को नहरी पानी उपलब्ध कराने के लिए सिंचाई प्रणाली को और मजबूत करने के लिए भविष्य की परियोजनाओं का भी आकलन किया। बैठक में जालंधर, एस.बी.एस. नगर, होशियारपुर और कपूरथला जिलों के अधिकारी भी उपस्थित थे।