जालंधर, ENS: भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाई गई मुहिम को लेकर विजिलेंस द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। वहीं विजिलेंस की टीम ने रिश्वत के मामले में चार्टर्ड अकाउंटेंट (सी ए) को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार विजिलेंस की टीम ने गुरसेवक सिंह को 10 लाख की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा हैकि सीए ने जालंधर में तैनात सीजीएसटी के एक अधिकारी के नाम पर यह रिश्वत मांगी थी। इस संबंध में जानकारी देते हुए विजिलेंस ब्यूरो के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि ये गिरफ्तारी जालंधर निवासी एक फर्म मालिक की शिकायत पर की गईं।
शिकायतकर्ता ने विजिलेंस की टीम को बताया कि उपरोक्त चार्टर्ड अकाउंटेंट ने सीजीएसटी एक्ट के तहत उसकी फर्म के खिलाफ चल रही जांच में लाभ पहुंचाने के बदले सीजीएसटी के अधिकारी की ओर से 30 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। प्रवक्ता ने बताया कि शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की फ्लाइंग स्क्वाड टीम ने एक योजनाबद्ध जाल बिछाया, जिसके तहत आरोपी सीए को 10 लाख रुपए की रिश्वत की पहली किश्त लेते हुए 2 सरकारी गवाहों की मौजूदगी में रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
आरोपी सीए के खुलासे के बाद सीजीएसटी के अधिकारी की भुमिका की जांच भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो थाना, फ्लाइंग स्क्वाड-1, पंजाब, मोहाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 7 ए तथा बी एन एस की धारा 61(2) के तहत एफ आई आर नंबर 17 दिनांक 30-05-2025 दर्ज की गई है। आरोपी को कल सक्षम अदालत में पेश किया जाएगा और मामले की आगे की जांच जारी है।