जालंधर, ENS: फिल्लौर में टीचर की डांट से परेशान होकर छात्र ने खौफनाक कदम उठा लिया। जिसको लेकर हर कोई हैरान हो गया है। दरअसल, निजी स्कूल के 9वीं कक्षा के छात्र ने होमवर्क नहीं किया था। जिसको लेकर स्कूल में टीचर ने उसे डांटा। टीचर की डांट के बाद छात्र ने स्कूल की छत से छलांग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। इस घटना में छात्र दोनों पैर फ्रैक्चर हो गए। स्कूल प्रशासन की मदद से घायल छात्र को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
15 वर्षीय जख्मी बच्चे की मां ने बताया कि उसकी शादी 2009 में बलाचौर में रहने वाले व्यक्ति से हुई थी। बेटे के जन्म के बाद पति से झगड़ा हुआ तो वे फिल्लौर स्थित मायके आ गई। बेटा निजी स्कूल में पढ़ता है। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों से उनका भाई रोज रात को शराब पीकर झगड़ा और मारपीट कर रहा है। इसकी कंप्लेंट पुलिस में की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसी झगड़े की वजह से उनका बेटा होमवर्क पूरा नहीं कर पाया। 5 दिन पहले उन्होंने बेटे को तैयार करके स्कूल भेजा और खुद लोगों के घरों में काम करने चली गई।
सुबह 10 बजे किसी ने बताया कि बेटा स्कूल की छत से कूद गया है और उसकी हालत गंभीर है। बच्चे के स्कूल परिसर में गिरने की आवाज सुनकर पूरा स्टाफ बाहर आ गया और उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। दूसरी तरफ उपचाराधीन विद्यार्थी ने बताया कि वह स्कूल पहुंचा तो टीचर ने होमवर्क न करने पर बुरी तरह डांटा। इसके बाद उसने छत से छलांग लगा दी।
वहीं इस घटना को लेकर स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि विद्यार्थी घर में होने वाले रोज के झगड़ों से परेशान था। इसी कारण उसने भयानक कदम उठाया है। बच्चे के इलाज का पूरा खर्च स्कूल प्रबंधन कर रहा है। बच्चे के घर की खराब हालत को देखते हुए उसकी फीस पहले ही माफ कर दी गई है। दूसरी तरफ थाना प्रभारी भूषण का कहना है कि उन्होंने हाल ही में कार्यभार संभाला है। बच्चे की मां की शिकायत उनके संज्ञान में नहीं है। अगर बच्चे और उसकी मां को प्रताड़ित करने की बात सामने आती है तो मामले की जांच करवाई जाएंगी और बनती कार्रवाई की जाएंगी।

