जालंधर, ENS: सर्जिकल काम्पलैक्स सब-स्टेशन में ठेका कर्मी को करंट लग गया। हादसे में झुलसने वाले ठेका कर्मी की पहचान सन्नी के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार पावरकॉम के पी.एंड.एम. विंग के विभागीय स्टॉफ द्वारा सावधानी न अपनाने से सब-स्टेशन में बड़ा हादसा घटित हुआ है। सन्नी को 11 के.वी. लाइन की चपेट में आने से करंट लग गया। सन्नी को उपचार के लिए डीएमसी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां इस भीषण हादसे में सन्नी का हाथ काटना पड़ा। विभागीय कर्मचारियों की चूक की वजह से कर्मचारी का हाथ कट चुका है, जिसकी भरपाई करना संभव नहीं हो पाएगा।
वहीं इस घटना को लेकर पावरकॉम पी. एंड.एम. के सर्कल हैंड इंजीनियर योगेश कपूर ने कहा कि सुरक्षा में चूक होने का मामला सामने आया है, जिसके चलते एक्सियन दविन्द्रपाल सिंह को जांच सौंपी गई है। जांच सामने आने के बाद विभागीय कर्मचारियों पर भी बनती कार्रवाई की जाएगी। गत दिनों यह हादसा 66 के.वी. स्पोर्टस एंड सर्जिकल काम्पलैक्स सब-स्टेशन में घटित हुआ, उस समय मौके पर एस.डी.ओ. नीरज पिपलानी और जे.ई. गुरदीप सिंह मौजूद थे। जांच में पता चलेगा कि इस हादसे के कौन जिम्मेदार है?
विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि स्पोर्टस एंड सर्जिकल काम्पलैक्स सब-स्टेशन में प्राइवेट कंपनी पैसको की मैटेनेंस टीम से काम करवाया जा रहा था। इस दौरान हादसे वाली जगह पर कोई चेतावनी बोर्ड इत्यादि नहीं लगा हुआ था, जिसके चलते सन्नी नामक ठेका कर्मचारी 11 के. वी. के करंट की चपेट में आ गया। बताया PSPCL जा रहा है कि हादसे के बाद सभी घबरा गए और तुरंत प्रभाव से घायल को बत्तरा अस्पताल लेकर गए, लेकिन वहां से जवाब मिलने के बाद जोशो अस्पताल लेकर जाया गया। जोशी से डी.एम.सी. लुधियाना रैफर कर दिया गया और इस समय कर्मचारी लुधियाना में उपचार करवा रहा है।
पी.एंड.एम. के सर्कल हैड इंजी. योगेश कपूर ने कहा कि इस संबंधी जांच करवाई जा रही है रही है। उन्होंने कहा कि फिलहाल जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक लापरवाही होने की बात सामने आ रही है, क्योंकि घटना वाली जगह पर कोई चेतावनी बोर्ड इत्यादि नहीं लगा था। फिर भी वरिष्ठ एक्सियन से जांच करवाई जा रही है। वहीं, पीड़ित को मुआवजा देने संबंधी भी विभाग कार्रवाई शुरू कर चुका है।
उक्त कर्मचारी कपूरथला में तैनात था या जालंधर में उसकी ड्यूटी थी, इस बात पर संशय बना हुआ है। सूत्रों का कहना है कि सन्नी की कपूरथला में ड्यूटी थी, लेकिन उससे जालंधर में काम करवाया जा रहा था जोकि गलत था। हालांकि इस संबंधी विभागीय अधिकारियों अधि का कहना था कि मैंटेनेंस टीम से किसी भी जगह पर काम करवाया जा सकता है। लेकिन कपूरथला में ड्यूटी होना और जालंधर में काम करवाया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है।