मऊः कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति और उनकी पत्नी की सड़क हादसे में मौत का मामला सामने आया है। सुबह वह इनोवा कार से वाराणसी से कुशीनगर अपने घर जा रहे थे। दोहरीघाट के पास उन्हें झपकी आ गई और उनकी इनोवा कार हादसाग्रस्त हो गई जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पीछे बैठा ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा इतना भयानक था कि एयरबैग खुलने के बाद भी दोनों की जान नहीं बची। कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।

जानकारी देते ड्राइवर वैभव मिश्रा (28) ने बताया कि वह कुलपति हरेराम तिवारी (58) कवि कुलगुरु कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय, रामटेक और उनकी पत्नी बदामी देवी (52) इनोवा कार से वाराणसी से कुशीनगर अपने घर जा रहे थे। जब वह मऊ में पहुंचे तो मुझे झपकी आने लगी थी। इस पर कुलपति हरेराम तिवारी ने कहा कि तुम पीछे बैठकर थोड़ी देर सो जाओ, कुछ देर मैं ड्राइव कर लूंगा। इसके बाद मैं पीछे की सीट पर जाकर सो गया। कुछ ही देर बाद गाड़ी सड़क पर खड़े ट्रेलर में पीछे से टकरा गई। हादसा इतना तेज था कि एयरबैग खुलने के बाद भी कुलपति स्टेयरिंग से चिपक गए। उनकी पत्नी ने सीट बेल्ट नहीं लगाया था, जिसकी वजह से वह सीट से नीचे गिर गईं और उनकी मौत हो गई। हादसे के बाद मैं भी बेहोश हो गया था। होश आने पर देखा कि मैं भी गाड़ी में बुरी तरह फंसा हुआ था।
कुलपति और उनकी पत्नी की मौत हो चुकी थी। इसके बाद मैंने फोन कर पुलिस को सूचना दी। थोड़ी देर बाद पुलिस पहुंची और इनोवा कार का गेट काटकर लोगों को बाहर निकाला। एएसपी अनूप कुमार ने बताया कि अभी कुलपति के परिजन नहीं पहुंचे हैं। इस मामले में अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर के बाद ट्रेलर के ड्राइवर के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।