नई दिल्ली: दुनिया में टैरिफ टेंशन के चलते ट्रेड वॉर की स्थिति बनी हुई है। दो देशों की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं अमेरिका और चीन एक-दूसरे के आमने-सामने खड़ी हैं। ग्लोबल इकोनॉमी भी धीरे-धीरे कम हो रही परंतु इन सबके बीच भारत पर कोई असर नहीं दिख रहा। इंडियन इकोनॉमी विश्व में तेजी के साथ आगे बढ़ती हुई दिख रही है। इस बात का ऐलान खुद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने किया है। आईएमएफ ने भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान बढ़ा दिया है।
टैरिफ से नहीं हुआ कोई असर
डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ का तनाव हो या फिर यूएस-चीन में टेंशन से बिगड़ते हालात। इन सबके बाद भी भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती हुई दिख रही है। आईएमएफ ने India GDP Growth अनुमान में भी इस समय इजाफा कर दिया है। वैश्विक निकाय ने अपने नए वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में भारत की वुद्धि 6.6% रहने का अनुमान लगाया है। इससे पहले जुलाई महीने में जताए गए अनुमान से यह 10 बेसिस पॉइंट ज्यादा है।
भारत की इकोनॉमी होगी सबसे तेज
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भारत के लिए ग्रोथ रेट का अनुमान बढ़ाने का संकेत दिया है। उनका कहना है क िदेश दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था के तौर पर अपनी स्थिति को बरकरार रखेगा। वो भी ऐसे समय में जब अमेरिकी की ओर से लगाए गए नए ट्रेड बैन टैरिफ के कारण वैश्विक उत्पादन में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। अक्टूबर 2025 के विश्व आर्थिक मंच से यह पता चलता है कि भारत ऐसी सारी व्यापक मंदी को चुनौती दे रहा है जिससे उसकी अर्थव्यवसथा और भी मजबूत बनेगी।
एक ओर जहां आईएमएफ ने भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर खुशखबरी दी है। वहीं चीन समेत पूरी ग्लोबल इकोनॉमी में सुस्ती जारी रहने की बात भी कही है। आईएमएफ का यह अनुमान है कि वैश्विक विकास दर 2024 के 3.3% से गिरकर 2025 में 3.2% और 2026 में 3.1% रह जाएगी। FY26 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को 6.2 तक का रखा गया है। ग्लोबल इकोनॉमी की रफ्तार काफी धीमी हो गई है। 2025-26 की उन्नत अर्थव्यवस्थाओं का वृद्धि दर सिर्फ 1.6% रहने का अनुमान जारी किया गया है। वहीं टैरिफ की धौंस दिखाने वाले ट्रंप के अमेरिका की ग्रोथ रेट कम होकर सिर्फ 2.0% रह जाएगी। आईएमएफ के अनुसार, यूएस टैरिफ में सबसे ज्यादा प्रभावित चीन की विकास दर 2025 में 4.8% और 2026 में 4.2% तक कम होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
आईएमएफ ने पहले भी की थी तारीफ
बता दें कि भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाने से पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की चीफ क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने भारत की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि पिछले कुछ सालों में वैश्विक विकास के पैटर्न बदलते जा रहे हैं और भारत अब दुनिया के ग्रोथ इंजन के तौर पर विकसित हो रहा है। उन्होंने ये भी कहा था कि भारत अपनी साहसिक आर्थिक नीतियों के जरिए संदेह करने वालों को अक्सर गलत साबित करता जा रहा है।