नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान के लिए अपने हवाई क्षेत्र (एयरस्पेस) को बंद रखने की अवधि को 23 जून 2025 तक बढ़ा दिया है। यह निर्णय पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद भारतीय सेना द्वारा की गई सटीक सैन्य कार्रवाई – ऑपरेशन सिंदूर – के संदर्भ में लिया गया है। एविएशन अधिकारियों द्वारा शुक्रवार को जारी NOTAM (नोटिस टू एयरमेन) में इस प्रतिबंध की आधिकारिक पुष्टि की गई।
भारत के इस कदम का उद्देश्य केवल पाकिस्तानी विमानों की हवाई गतिविधियों पर रोक लगाना नहीं है, बल्कि यह एक स्पष्ट राजनीतिक और सैन्य संदेश भी हैःः कि अब भारत हर उकसावे का ठोस और निर्णायक जवाब देगा।
पाकिस्तानी प्रतिबंध और इंडिगो की घटना
इससे पहले, 24 अप्रैल को पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइंस के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था। यह कदम तब आया जब लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने इंडिगो की एक उड़ान को वैकल्पिक मार्ग देने से मना कर दिया था, जिसके कारण वह विमान गंभीर तूफानी क्षेत्र में फंस गया। विमान में 220 से अधिक यात्री सवार थे और ओले की वजह से उसका नोज राडोम क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि विमान सुरक्षित उतरा, लेकिन भारत ने इसे सिर्फ तकनीकी घटना नहीं, बल्कि एक रणनीतिक संदेश के तौर पर देखा।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की निर्णायक सैन्य प्रतिक्रिया
7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। यह कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई थी। इसे भारत की सबसे सटीक और निर्णायक सैन्य प्रतिक्रियाओं में से एक माना जा रहा है।
सिर्फ एक महीने की रोक, लेकिन दीर्घकालिक तनाव
ICAO (अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन) के नियमों के अनुसार, किसी भी एयरस्पेस प्रतिबंध की अधिकतम अवधि एक महीना हो सकती है। हालांकि भारत का यह निर्णय केवल नियमों की औपचारिकता नहीं, बल्कि एक कूटनीतिक और सुरक्षा-संबंधी कदम है, जिससे पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया जा सके।