अवैध कटान के साथ आगजनी की घटनाओं की भी होगी जांच:डीएफओ
ऊना/सुशील पंडित: उपमंडल बंगाणा के खुरवाई फॉरेस्ट रेंज में खैर के अवैध कटान का एक बड़ा मामला सामने आया है। बीते रोज ट्राला चालक यशपाल की गिरफ्तारी के बाद वन विभाग और पुलिस के समक्ष कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। आरोपित ने अपने ब्यान में बताया कि सोनू, सुरेश और विजू नामक तीन व्यक्ति नियमित रूप से उसे फोन कर खैर के पेड़ों की अवैध कटाई से निकाले गए ‘मोच्छे लाने और ले जाने के लिए बुलाते थे। यशपाल के अनुसार ये लोग सरकारी भूमि पर खैर का अवैध कटान करते थे और फिर फोन कर उसे ट्राले सहित वहां बुलाते थे। वह कई बार इन खैर की लकड़ियों को विभिन्न स्थानों पर पहुंचा चुका है। कभी लकड़ियां किसी गांव के पास उतारी जाती थीं, तो कभी सुनसान क्षेत्रों में।
चालक ने पूछताछ में यह भी बताया कि तीनों व्यक्ति कहां के रहने वाले हैं उसे जानकारी नहीं है क्योंकि वे अक्सर स्थान बदलते रहते थे और छुपकर काम करते थे। खुरवाई फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर संदीप ठाकुर ने बताया कि आरोपी ट्राला चालक यशपाल के ब्यान विभाग के पास भी रिकॉर्ड में हैं। उन्होंने बताया कि यह बहुत ही सुनियोजित और संगठित तरीके से किया जा रहा अवैध कारोबार है, जिसमें संभवतः और भी लोग शामिल हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि हमारी टीम पुलिस के साथ समन्वय कर रही है। हम चाहते हैं कि पुलिस इस मामले में तेजी से जांच करे ताकि असली दोषियों तक पहुंचा जा सके।
डीएफओ ऊना सुशील राणा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि विभाग अवैध कटान रोकने के लिए सख्त कदम उठा रहा है। उन्होंने कहा कि हाल के समय में जंगलों में हो रही आगजनी की घटनाएं भी जांच के घेरे में हैं। उन्होंने कहा कि हमें शक है कि ये आगजनी की घटनाएं जानबूझकर उन लोगों द्वारा की जा रही हैं जो अवैध कटान में शामिल हैं। इन घटनाओं का उद्देश्य अवैध गतिविधियों के सबूत मिटाना है। ऐसे वन काटूओं पर हम विशेष निगरानी रख रहे हैं। डीएफओ सुशील राणा ने कहा कि विभाग ने विशेष टीमें गठित कर दी हैं जो जंगलों में नियमित गश्त करेंगी और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेंगी। साथ ही, स्थानीय ग्रामीणों से भी अपील की गई है कि यदि उन्हें किसी प्रकार की अवैध गतिविधि की सूचना मिलती है तो वे तुरंत वन विभाग को सूचित करें।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यशपाल पहले भी कई बार खैर की लकड़ियों को लेकर अलग-अलग स्थानों पर जाता रहा है। हालांकि वह खुद को सिर्फ एक ‘ड्राइवर’ बताता है, लेकिन पुलिस को शक है कि वह इस नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। पुलिस अब कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) और जीपीएस लोकेशन के माध्यम से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यशपाल किन स्थानों पर गया और उसने किन लोगों से संपर्क किया। इसके अलावा, जिन नंबरों से उसे फोन आते थे, उन पर भी निगरानी रखी जा रही है।
अवैध कटान और आगजनी पर विभाग सख्त, त्वरित कार्रवाई के निर्देश:सुशील राणा
जिला ऊना में अवैध कटान और जंगलों में आगजनी की बढ़ती घटनाओं को लेकर वन विभाग ने सख्त रुख अपना लिया है। जिला वन मंडलाधिकारी सुशील राणा ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार की गतिविधियों में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई की जाएगी और दोषियों पर भारी जुर्माना भी लगाया जाएगा। डीएफओ सुशील राणा ने कहा कि जंगलों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए विभाग पूरी तरह सतर्क है। हाल ही में जिले के कुछ क्षेत्रों में अवैध रूप से पेड़ों की कटाई और जानबूझकर जंगलों में आग लगाने की शिकायतें मिली हैं, जिस पर विभाग ने जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति इस प्रकार की अवैध गतिविधियों में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ वन अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे जंगलों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और यदि किसी को अवैध कटान या आगजनी की जानकारी हो तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें।