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इन नवरात्रों में काश कोई तो प्राची राणा को भी याद कर लेता: यति सत्यदेवानंद सरस्वती महाराज

ऊना/सुशील पंडित: आज विक्रम संवत् 2082के नवरात्रि की अष्टमी पर यहां जगह जगह धार्मिक समारोह यज्ञ, भंडारे, जागरण, तथा कन्या पूजन चल रहा है। कई परिवारों ने आज नवरात्रि के व्रत का पूजन किया। वहीं इस अवसर पर गांव छपरोह तह बंगाणा जिला ऊना में चल रहे 9 दिवसीय मां बगलामुखी महायज्ञ के 7वें दिवस पर आज अखिल भारतीय सन्त परिषद् के हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा के प्रभारी तथा महामंडलेश्वर यति नरसिंहानन्द गिरी महाराज के शिष्य यति सत्यदेवानंद सरस्वती महाराज ने भारी मन से प्राची राणा को याद किया जिसको आज से लगभग 3 वर्ष पहले इन्हीं नवरात्रों में जिव्हा करके मार दिया था। उन्होंने कहा यह हमारा कैसा समाज है जो अपने समाज की बच्ची जिसको एक जिहादी ने केवल इसलिए मार दिया क्योंकि वो काफिर की बच्ची को मारकर जन्नत जाना चाहता था। आज उसको किसी भी संगठन, जा उसके परिवार या समाज में से किसी ने भी उसको याद नहीं किया।

उन्होंने कहा की 15 साल की प्राची राणा की आत्मा समस्त राजपूत समाज की तरफ टकटकी लगाए देख रही है कि कोई जो उसके हत्यारे से उसकी मौत का बदला ले सके, उसकी आत्मा सोच रही होगी कि मेरी मौत के वक्त किसने कितनी राजनीति की, वो सब देख रही है। यति सत्यदेवानंद सरस्वती महाराज ने कहा प्राची राणा की हत्या के वक्त जितने भी मोमबत्ती या विरोध प्रदर्शन करने वाले लोग थे पिछले दो साल में ही उन्होंने उस बच्ची को भुला दिया है। ऊना में ऐसे भी समाज के लोग हैं जो जेल से आकर समाज का नेता बनने की कोशिश में लगे हैं परन्तु जो अपने समाज की बच्ची की हत्या का बदला न ले सके? वो किस बात के समाज में अपनी राजनीतिक भविष्य देख रहे हैं।

ज्ञात हो कि 2022 में अम्ब शहर में एक 15 साल की बच्ची अपनी 10th क्लास का पेपर देकर घर वापिस आई तो उनके घर में उनके छोटे मोटे दैनिक काम करने वाले मुस्लिम लड़के ने मौका पाकर उस बच्ची के साथ दुराचार करना चाहा, जब कामयाव नहीं हुआ तो उस बच्ची का कलमा पढ़कर गला रेत दिया, जिससे उस बच्ची की तड़प तड़प कर मौत हो गई। उस वक्त कई हिन्दू संगठनों तथा समाज के लोगों ने आंदोलन किया। परन्तु आज तक उस बच्ची को कानून से न्याय नहीं मिला। आज उसका हत्यारा बेखौफ जेल में गुंडागर्दी कर रहा है?

अभी तक हमारा लाचार कानून उस बच्ची को इंसाफ नहीं दिला पाया। और साथ में उसके अपने परिवार वालों की कोई प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा इससे इन जिहादियों के हौंसले मजबूत हुए हैं जैसा कि एक निजी अखबार के रिपोर्टर की पोस्ट से पता चला है कि यह जिहादी लोग चिट्टा जिहाद जोरों पर कर रहे हैं अगर कोई विरोध कर रहा है तो उसको जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।

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