नई दिल्ली: पाकिस्तान की राजनीति में इन दिनों भूचाल मचा हुआ है। इसी बीच अब पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की बहन अलीमा खान ने एक बड़ा बयान दे दिया है। अलीमा खान ने सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की विचारधारा को लेकर कई गंभीर दावे कर दिए हैं। इसके बाद अब पाकिस्तान में एक नया विवाद खड़ा हो चुका है।
आसिम मुनीर की सोच है बहुत खराब
अलीमा ने एक इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान के मौजूदा सेना प्रमुख की सोच बहुत कठोर और कट्टरपंथी है। उनकी मानसिकता भारत के प्रति शत्रुतापूर्ण है। यही कारण है कि वो सीमा के आस-पास बढ़ते हुए तनाव को प्रोत्साहित करते हैं। अलीमा ने यह दावा किया है जो भी लोग मुनीर की मानसिकता से सहमतन हीं होते उन्हें निशाना बना लिया जाता है। यही रवैया पाकिस्तान की राजनीति को खराब कर रहा है।
भारत के प्रति इमरान का रुख था अच्छा
अलीमा खान के अनुसार, इमरान खान हमेशा से ही भारत के प्रति पॉजिटिव रुख रखते थे। उन्होंने यह भी कहा कि उनके भाई ने कई बार भारत से बातचीत करने की कोशिश की और भारतीय नेतृत्व और बीजेपी से रिश्ते सुधारने के लिए कई जरुरी कदम भी उठाए। अलीमा के अनुसार, पाकिस्तान में जब भी कठोर मानसिकता वाला नेतृत्व सत्ता में आता है तो भारत-विरोधी माहौल बनाया जाता है।
बेटों को है पिता की चिंता
इमरान खान की बहन के अलावा उनके बेटे कासिम खान और सुलेमान खान ने भी पाकिस्तान पर हुक्मरानों के आरोप लगाए हैं। हाल ही में उन्होंने एक बयान में यह कहा था कि उन्हें अपने पिता की जान को लेकर काफी चिंता है। दोनों बेटों का यह कहना था कि उन्हें डर है कि सरकार इमरान खान की सेहत से जुड़ी कोई अहम जानकारी उनसे छिपा रही है जो सामान्य नहीं हो सकती। कासिम और सुलेमान ने कहा था कि उनको पिछले 47 दिनों से रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद अपने पिता की हालत के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी गई थी।
इमरान खान ने भेजा था जेल से संदेश
इमरान खान ने भी जेल से संदेश भेजा था। इसमें उन्होंने सेना प्रमुख पर तीखा हमला किया था। उन्होंने यह आरोप लगाया था कि जनरल मुनीर पाकिस्तान को अपने कब्जे में रखना चाहते हैं और उन्हीं के कारण से देश गहरे संकट में जा रहा है। इमरान का यह कहना है कि वो जिस तरह का दबाव और प्रताड़ना का सामना कर रहे हैं वह किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में स्वीकार करने लायक नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जेल में उनके साथ कुछ हुआ तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सेना प्रमुख की होगी।