रांचीः झारखंड में झारखंड के विद्यासागर और जामताड़ा स्टेशन के बीच कालाझरिया गांव के पास टाटा-बक्सर सुपरफास्ट ट्रेन में उस वक्त अफरा-तफरी मच गयी, जब ट्रेन की एक बोगी के बाहर आग की लपटें दिखने लगीं। दरअसल, ट्रेन की इंजन के बाद तीसरी बोगी में अचानक धुआं और आग की लपटें उठने लगीं। आग को उधां को देखते हुए ट्रेन के ड्राइवर ने तुरंत ट्रेन रोक दी। जिसके बाद आग देखते ही यात्रियों में भगदड़ मच गई और लोग डर के मारे बोगियों से कूदने लगे।
जैसे ही लोको पायलट को बोगी में धुआं और आग की जानकारी मिली, उन्होंने तत्काल ट्रेन को रोक दिया। ट्रेन 12:10 बजे रोकी गई और करीब 32 मिनट तक खड़ी रही। इस दौरान यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकलने का मौका मिला। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी भी यात्री की जान नहीं गई और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ। रेलवे स्टाफ ने तुरंत फायर एक्सटिंग्विशर की मदद से आग पर काबू पा लिया। जांच में सामने आया कि बोगी के नीचे ब्रेक शू से उठी चिंगारी की वजह से आग लगी थी। समय रहते कार्रवाई नहीं की जाती तो हादसा बड़ा हो सकता था।
घटना के दौरान बोगी में सवार यात्रियों ने जान बचाने के लिए बाहर कूदने की कोशिश की। इस वजह से कुछ लोग हल्की चोट का शिकार हुए, लेकिन कोई गंभीर हादसा नहीं हुआ। करीब 45 मिनट बाद जब हालात सामान्य हुए तो ट्रेन को 12:42 बजे फिर से गंतव्य की ओर रवाना किया गया। रेलवे प्रशासन ने कहा है कि इस मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। साथ ही यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी जांच और अन्य जरूरी कदम उठाए जाएंगे। रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी यात्री सुरक्षित हैं और भविष्य में इस तरह की घटना न हो, इसके लिए सतर्कता बढ़ाई जाएगी।