नई दिल्ली: एलन मस्क के सोशल मीडिया एक्स प्लेटफॉर्म पर खतरा मंडराता दिख रहा है। यूरोपीय यूनियन ने एक्स पर बड़ा डिजिटल प्रहार करते हुए 120 मिलियन यूरो का भारी जुर्माना लगा दिया है। यूरोपियन अधिकारियों के अनुसार, एक्स पर डिजिटल नियम लागू होने के बाद यूजर्स को स्कैम, गलत जानकारी और मैनिपुलेशन का खतरा बढ़ गया था।
डीएसए ने जांच के बाद लिया फैसला
यूरोपीय आयोग की ओर से यह फैसला दो साल तक जांच करने के बाद लिया गया है। यह जांच यूरोपीय आयोग ने डिजिटल सर्विसेज एक्ट के अंतर्गत ली थी। यह 27 देशों वाले यूरोपीय संघ की एक कड़ी डिजिटल नीति है। इसका उद्देश्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को यह सुनिश्चित करवाया है कि वह कोई भ्रामक, हानिकारक और अवैध सामग्री को रोकने में ज्यादा ध्यान दें। डीएसए के नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना लगाया जाता है परंतु इसको एक्स ने नजरअंदाज कर दिया था।
नियमों का किया उल्लंघन
आयोग के अनुसार, एक्स ने पारदर्शिता से जुड़े हुए कई नियम तोड़े हैं। नीले टिक के डिजाइन को भी इसमें झूठा बताया गया है। इससे यूजर्स में धोखा और ऑनलाइन हेरफेर का जोखिम भी बढ़ सकता है। इसके अलावा विज्ञापन डाटाबेस से जुड़ी जानकारी को साफ और आसानी से उपलब्ध करवाने में भी एक्स विफल रहा है। यूरोपीय नियमों के अनुसार, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अपने सभी डिजिटल विज्ञापनों के बारे में डिटेल में जानकारी देनी चाहिए कि किसने पैसे दिए, किसको टारगेट किया गया और किस उद्देश्य से विज्ञापन चलाया गया परंतु एक्स का विज्ञापन डाटाबेस तकनीकी खामियों और लंबे एक्सेस डिले के कारण अधूरा और अस्पष्ट है। आयोग ने यह आरोप भी लगाया है कि एक्स रिसर्चर्स को डेटा तक पहुंचने में जरुरी बाधाएं डालता है इससे ऑनलाइन स्कैम, फेक ऐड्स और गलत सूचनाओं की जांच भी शामिल है।
यूजर्स को गुमराह कर रहा एक्स
यूरोपियन यूनियन के उपाध्यक्ष ने बयान जारी करते हुए कहा कि – ‘यूजर्स को भ्रमित करना, विज्ञापन का डेटा छिपाना और रिसर्चर्स को बाहर रखना EU के डिजिटल इकोसिस्टम में स्वीकार नहीं किया जाएगा। डीएसए का यह मकसद यूजर्स की सुरक्षा को देखना है। एक्स ने इन नियमों को नजरअंदाज किया है’। एलन मस्क या कंपनी की ओर से इस फैसले पर अभी कोई प्रतिक्रिया फिलहाल सामने नहीं आई है।