आंध्र प्रदेशः आंध्र प्रदेश में हाल ही की घटनाओं से पता चल रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में कंडोम प्रचार का एक औजार बन गया है। दोनों प्रमुख पार्टियां जनता को अपनी पार्टी के चुनाव निशान वाले कंडोम के पैकेट बांट रही हैं। एक वीडियो में कथित तौर पर एक कार्यकर्ता से जब पूछा गया कि कंडोम क्यों बांटे जा रहे हैं? तो उसे यह जवाब देते हुए सुना गया कि ‘अगर बहुत सारे बच्चे हैं, तो अधिक पैसे बांटने होंगे, इसलिए ये कंडोम बांटे जा रहे हैं।’
कंडोम के पैकेट लोकसभा चुनाव के लिए घर-घर अभियान चला रहे पार्टी नेताओं की ओर से जनता को बांटे गए किट का हिस्सा बताया जा रहा है। हालांकि, दोनों पार्टियों ने कंडोम बांटने के लिए एक-दूसरे की आलोचना की, इसके बावजूद दोनों ने ऐसा ही किया। वाईएसआरसीपी ने एक्स पर टीडीपी को आड़े हाथों लेते हुए पूछा है कि पार्टी कितना नीचे गिरेगी। वहीं जगन मोहन रेड्डी की पार्टी ने बताया कि अपनी पार्टी के प्रचार के लिए लोगों को कंडोम बांट रहे हैं। यह किस तरह का पागलपन वाला प्रचार है? कम से कम वहां रुकें। अन्यथा यह केवल गिरावट को और बढ़ाएगा।’
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सोशल मीडिया प्रभारी सज्जला भरत ने निजी न्यूज एजेंसी को बताया कि ‘हमने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नाम और कंडोम पैकेटों की कुछ तस्वीरें और वीडियो देखे हैं। ये हमारी पार्टी या हमारे लोगों ने नहीं बांटे थे। इसे विपक्षी टीडीपी ने पूरी तरह से किया है और यहां तक कि तस्वीरें भी उनकी पार्टी के हैंडल पर प्रसारित की गईं। यह उनकी मूर्खतापूर्ण राजनीति का परिचायक है। हम इस बारे में साइबर अपराध विभाग से शिकायत करेंगे। मैं टीडीपी से इस प्रकार की घटिया राजनीति बंद करने का अनुरोध करती हूं।’
वहीं न्यूज एजेंसी से बात करते हुए टीडीपी आंध्र प्रदेश के अध्यक्ष ने बताया कि ‘सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं को पता चल गया है कि वे आगामी चुनाव में जीतने वाले नहीं हैं, और वे हर संभव तरीके अपनाकर लोगों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। ये कंडोम पब्लिसिटी भी उनकी बेईमान पब्लिसिटी का हिस्सा है। दरअसल, उनकी हालिया ‘सिद्धम’ मीटिंग में उन्होंने कंडोम बांटे थे और यह बात सोशल मीडिया के जरिए सामने आई। इसे कवर करने के लिए वाईएसआरसीपी नेताओं ने टीडीपी के निशान वाला एक पैकेट बनाया। लोग मुख्यमंत्री और उनके लोगों के गंदे दिमाग के बारे में जानते हैं।’