अमृतसरः सिख समुदाय की प्राचीन और प्रतिष्ठित संस्था माने जाने वाले चीफ खालसा दीवान में चल रहे अंदरूनी विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। बताया जा रहा है कि चीफ खालसा दीवान के कुल 400 सदस्यों में से 280 सदस्यों के गैर अमृतधारी होने को लेकर आपत्ति जताई गई है। यह मामला सीधे श्री अकाल तख्त साहिब के खुफिया तंत्र तक पहुंच गया है।
श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने इनमें से 31 सदस्यों को नोटिस जारी कर 15 दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा है। उन्होंने इस मामले पर गंभीरता से विचार किया है और सिख शिष्टाचार और चीफ खालसा दीवान के संविधान संबंधी नियमों का पालन करने की जरूरत पर जोर दिया है।
इसके साथ ही चीफ खालसा दीवान ने 65 विवादित सदस्यों को पहले ही सदस्यता से निष्कासित कर दिया है जिनमें अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के पिता सत्य मजीठिया का नाम भी शामिल है। संगठन के भीतर उठ रही आलोचना और धार्मिक शिष्टाचार के उल्लंघन को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया।
आशंका जताई जा रही है कि अगर दोनों पक्षों ने अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की तो यह मामला और गंभीर रूप ले सकता है। सिख संगत इस पूरे मामले पर गंभीरता से नजर रख रही है, क्योंकि यह सिख आध्यात्मिक और प्रशासनिक संस्थाओं की पवित्रता से जुड़ा मामला है।