पंचकूलाः हरियाणा के पंचकूला में एंटी इमीग्रेशन फ्रॉड यूनिट की टीम द्वारा अमेरिका भेजने के नाम पर 45 लाख रुपए की ठगी करने के मामले में गिरफ्तार 2 आरोपियों को आज जिला अदालत में पेश किया। एंटी इमीग्रेशन फ्रॉड यूनिट के इंचार्ज तेजेंद्र पाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से पुलिस रिमांड के दौरान 1 लाख रुपए बरामद किए गए। पुलिस ने कहा कि इस मामले में टिकट देने और डंकी लगवाने वाले 2 अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद कई और अहम खुलासे भी हुए हैं, जिस पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों से की गई पूछताछ में पता लगा है कि जिस युवक को डंकी के माध्यम से मेक्सिको भेजा गया था, वह मैक्सिको बॉर्डर पर ही मौजूद है और वह बॉर्डर पार नहीं कर पाया। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा कोशिश की जाएगी कि उसे वापिस इंडिया लाया जाए। एंटी इमीग्रेशन फ्रॉड यूनिट के इंचार्ज तेजेंद्र पाल ने बताया कि पंचकूला के चंडी मंदिर थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी।
जिसमें जयराम नाम के व्यक्ति ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके बेटे को मेक्सिको के रास्ते डंकी के माध्यम से अमेरिका भेजने के नाम पर 45 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई। उन्होंने बताया कि अगस्त 2023 में उसके लड़के को यहां से डंकी के माध्यम से भेजा गया था। लेकिन उसको यह नहीं पता था कि उसका बेटा कहां है। इस मामले में पुलिस को शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने पहले आरोपी कुलदीप को गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ में पता चला कि 45 लाख रुपए लेकर इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया था।
इसके साथ पंजाब के माछीवाड़ा के रहने वाले लखविंदर को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों से मोबाइल और एक लाख रुपये बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि बाहर रहने वाले डोंकर से संपर्क कर यह पता लगाया कि लड़का फिलहाल मेक्सिको में है और वह बॉर्डर पार नहीं कर पाया है। पुलिस ने कहा कि आने वाले समय में उसे वापिस इंडिया लाने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो टिकट मुहैया करवाता है और डोंकी लगवा कर बाहर भेजता है उनको भी गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार दो आरोपियों का पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद ज्यूडिशल कस्टडी में भेज दिया गया है।